सामना संवाददाता / मुंबई
अवीवा इंडिया ने वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही के लिए अपने वित्तीय परिणामों की घोषणा की है। कंपनी के ये परिणाम सभी प्रमुख मानकों में कंपनी के स्थिर प्रगति का प्रदर्शित करते हैं। वित्त वर्ष 2024 में दमदार पर्फोर्मेंस के साथ 90 करोड़ रुपए के मुनाफे को आगे बढ़ाते हुए, कंपनी अपनी रणनीतिक पहलों, ग्राहक-केंद्रित इनोवेशन और परिचालन दक्षताओं के साथ एक बार फिर इस बेंचमार्क को पार करने की राह पर है। कंपनी का यह प्रयास इसकी बाजार स्थिति और वित्तीय सेहत को और भी मजबूती प्रदान करेगा।
वित्त वर्ष 25 की पहली छमाही में कंपनी का एसेट्स अंडर मैनेजमेंट 13% बढ़कर ₹14,636 करोड़ पहुंच गया है। यह कंपनी के विवेकपूर्ण फंड मैनेजमेंट और निवेशकों के मजबूत विश्वास को प्रदर्शित करता है। इसके अलावा, बिक्री की गुणवत्ता में भी उल्लेखनीय सुधार देखने को मिला है। कंपनी की “प्रति 10 हजार पॉलिसी पर शिकायतें” वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही के 10.3 से घटकर वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में 8.8 हो गईं हैं। यह आंकड़ा ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने के लिए अवीवा इंडिया की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।
वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में कंपनी का ग्रॉस रिटिन प्रीमियम 548 करोड़ रुपए रहा, जो वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही में 546 करोड़ रुपए की तुलना में स्थिर ग्रोथ को दर्शाता है। वहीं कंपनी की परिचालन दक्षता में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिला है। कंपनी का ओपेक्स-टु-GWP रेशियो पिछले वर्ष के 30% से घटकर 27% हो गया। यह आंकड़ा कंपनी द्वारा कॉस्ट ऑप्टिमाइजेशन और बेहतर रिसोर्स मैनेजमेंट पर फोकस करने करने की रणनीति को दर्शाता है।