एड. राजीव मिश्र
मुंबई
आज सुबह से ही प्रकाश के घर बियाह के धूम मची है। घर के सारे लोग दामाद और फूफा की खातिरदारी में व्यस्त हैं। केउ दामाद के पीछे-पीछे घूमि रहा है तो केउ फूफा के। तब तक प्रकाश के छोटकना अपने जीजा से कहिस, का हो जीजा आज भइया की शादी में डांस-वांस होई कि बस हुक्का जइसन मुँहई बनाय के बइठे रहियो? अइसा है साले साहब हम मुंबई के हिपॉप सीखि के आइ हयेन। हमरे जोड़ मा तुम्हरे खानदान में केहु नाचय वाला होय तो बताओ? अइसा है जीजा, अगर तू बिलायती नाच सीखि के आय हो तो हमहू घनघोर नागिन डांस करीत है। हमारे मुकाबले में यहि बिरगिट में केहु नही नाचि सकत है। अरे चलो, ज्यादा अपने मुँह मियाँ मिट्ठू न बनो, हमरे एक-एक स्टेप पे लड़की वाले के घर के एक-एक लड़की न मोहाय गई तो कहियो। चलो देखत हैं तुम्हार हिपॉप काम करी या हमरा नागिन डांस। बरात बिदा होइ के चउरा माई के पास पहुँची। बरतियन के साथ कुल भौजाई जीजा जी के खींच के नाचय पे मजबूर कइ दिहिन। साली अउर सरहज के कमर में हाथ डारि के जीजा जी का ठुमका लागवत देख घर के सब लड़िकन के आगि लागि गई। आखिर बरात लड़की वाले के घर पहुँची, दुआरचार के तैयारी के पहिले कुछ लड़िका, सोमरस पान कइके अइसन तैयार रहें मानो आज धरती खोदि के मनिहै। बरात जनवास से चली सबसे पहिले प्रकाश के छोटकना डांस शुरू किहिस, ओहिके बाद गाँव के कुल लड़िका जीजा के खींच के डीजे के सामने खड़ा कइ दिहिन। हालाँकि, यहि खींचातानी में जीजा जी के कोट के एक बटन शहीद होइ गवा। खैर, जइसय जीजाजी हिपॉप के मूड में स्टेप शुरू किहिन तब तक गाँव के कउनउ लौंडा जीजा के धकियाय दिहिस, यहिके पहिले जीजा संभरय केउ लंगी मारिस और हिपॉप किंग चारिउ खाना चित्त होइ गए। जीजा जी जइसय जमीन पर गिरे छोटकना डीजे में गाना लगवाई दिहिस, ‘मैं तेरी दुश्मन दुश्मन तू मेरा, मैं नागिन तू संपेरा’, अउर गाना पर मुँह में रुमाल डारि के अइसन सपेरा के रोल किहिस कि जीजा जी जब-जब उठै के कोशिश किहें छोटकना नागिन की तरह जीजा जी का धइके दबाइ दिहिस। एक घंटा के बाद कउनउ तरह से बड़ बुजुर्ग गाँव के लड़िकन से जीजाजी के जान छोड़ाइन। तब से लइके आज तक जीजा जी नाचय के छोड़व ससुराल में देखाइ नही परे हैं।