भायंदर। अखिल भारतीय आयुर्वेद महासंमेलन की राज्य शाखा महाराष्ट्र आयुर्वेद संमेलन एवं श्री नरसिंह के.दुबे चॅरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित नालासोपारा आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज (NAMC) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित व बोर्ड ऑफ एथिक्स व रजिस्ट्रेशन, भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग (NCISM) नई दिल्ली, महाराष्ट्र कौन्सिल ऑफ इंडियन मेडिसीन (MCIM) एवं महाराष्ट्र आरोग्य विज्ञान विद्यापीठ (MUHS) इनके अनुमतीसे , AYURBODH-2025: Ayurveda Simplified for Practitioners”यह भव्य राष्ट्रीय परिषद दिनांक 23 मार्च, 2025 को लता मंगेशकर नाट्यगृह,मिरारोड (पूर्व),जिला ठाणे में संपन्न हुई।
इस राष्ट्रीय परिषद में बोर्ड ऑफ इथिक्स व रजिस्ट्रेशन NCISM के अध्यक्ष वैद्य राकेश शर्मा, MUHS के उप कुलगुरू वैद्य मिलिंद निकुंभ, बोर्ड ऑफ इथिक्स व रजिस्ट्रेशन NCISM के सदस्य प्रो.वैद्य नारायण जाधव, MCIM के रजिस्ट्रार वैद्य दिलीप वांगे, बोर्ड ऑफ इथिक्स व रजिस्ट्रेशन NCISM नवी दिल्ली के इथिक्स कमिटी तज्ञ व समन्वयक व MCIM मुंबई द्वारा नियुक्त राष्ट्रीय परिषद निरीक्षक वैद्य आशुतोष गुप्ता, MCIM निरीक्षक वैद्य सुनील पाटील, MUHS द्वारा नियुक्त राष्ट्रीय परिषद निरीक्षक प्रो. वैद्या जाई किणी, महाराष्ट्र आयुर्वेद सम्मेलन के अधिकारी गण क्षेत्रीय सचिव (महाराष्ट्र) वैद्या ऋजुता ओमप्रकाश दुबे, अध्यक्ष (महाराष्ट्र)वैद्य सतीश भट्टड, सचिव (केंद्रीय) वैद्य अनिल दुबे, केंद्रीय संगठन मंत्री वैद्य छोटेलाल यादव, प्रवर उपाध्यक्ष (महाराष्ट्र) वैद्य श्यामसुंदर शर्मा,कोषाध्यक्ष वैद्य शरद ठुबे, संरक्षक समिति वैद्य प्रवीण जोशी, संगठन मंत्री वैद्य महेंद्र शिंदे , केंद्रीय संगठन समिति अध्यक्ष वैद्य रामदास आव्हाड , मुंबई विभाग प्रांतीय मंत्री वैद्या बेला भट एवं श्री धूतपापेश्वर कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी तथा आयुर्वेद प्रसारक मंडळ के अध्यक्ष रणजित पुराणिक, ग्रुप ऑफ आइडियल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस के ट्रस्टी अभिषेक जैन और सभी गणमान्यों का स्वागत सन्मान चिन्ह देकर आयोजकों ने किया.इन सभी ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई तथा उपस्थित लोगों का मार्गदर्शन किया। वैद्य राकेश शर्मा ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा, “बोर्ड ऑफ एथिक्स एंड रजिस्ट्रेशन NCISM सभी आयुर्वेदिक पंजीकृत चिकित्सकों को कई सुविधाएं प्रदान कर रहा है इसलिए सभी को इसका लाभ उठाना चाहिए। हम आयुर्वेद के पाठ्यक्रम में कई बदलाव करके आयुर्वेद को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।”
इस राष्ट्रीय परिषद की एक विशेषता यह रही कि, महाराष्ट्र में पंजीकृत चिकित्सकों को अपना रजिस्ट्रेशन नवीनीकृत करने (पंजीकरण का नवीनीकरण) के लिए हर पांच साल में 50 क्रेडिट अंक प्राप्त करना आवश्यक है, जिसमें से 10 अंक हर साल अनिवार्य हैं.ऐसी स्थिती में 5 अंक इस राष्ट्रीय परिषद के सहभागियों को प्रदान किए जाएंगे। इसलिए, यह सम्मेलन महाराष्ट्र राज्य के सभी आयुर्वेद चिकित्सको के लिए एक विशेष आकर्षण बन गया। इस सम्मेलन में उपस्थित 835 आयुर्वेदिक चिकित्सक इससे लाभान्वित होंगे।
इस राष्ट्रीय परिषदमें वैद्य महेंद्र शिंदे- Instant & effective Ayurvedic Medicines in General Practice,वैद्या चंचल शर्मा -Ayurvedic Approach to common Gynaecological Challenges in General Practice,वैद्य. राकेश शर्मा -Rights & Privileges in Ayurveda,वैद्य प्रवीण जोशी: Practical Approach of Panchkarma for General Practice, वैद्य अपाच्छिम बरंथ- Practical Demonstration of Panchkarma, वैद्य. प्रफुल्ल मुंदडा: Practical Application of Agnikarma in Contemporary Practices, वैद्य अरविंद मेहरे: Unvaeiling Balroga in Ayurveda: Common Challenges in General PracticeI
इन सभी आयुर्वेद विशेषज्ञों ने विविध विषयों पर मार्गदर्शन किया व रुग्णोंपर प्रत्यक्ष पंचकर्म प्रक्रियाएँ भी करके दिखायी I पारंपारिक आयुर्वेद को आधुनिक विधियों में नवीनतम प्रगति की समीक्षा की I इसका आयुर्वेद व्यवसायियों कों बहुत लाभ होगा I
इस राष्ट्रीय परिषद के अवसर पर, महाराष्ट्र आयुर्वेद सम्मेलन ने आयुर्वेद के लिए स्वयं को समर्पित करने वाले कुछ विद्वानों के साथ-साथ आयुर्वेद में अपना कौशल दिखाने वाले युवाओं को विशेष पुरस्कार प्रदान किए। वैद्य महेंद्र चतुर्वेदी – लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार, वैद्य घनश्याम शर्मा – आयुर्बोध आयुर्वेद उत्कृष्टता पुरस्कार-2025,वैद्य शैलेश दुबे – आयुर्वेद राइजिंग स्टार पुरस्कार, वैद्य अनया जोशी-आयुर्वेद राइजिंग स्टार पुरस्कार, वैद्य हरि सिंह – आयुर्बोध उत्स्फूर्त कार्यकर्ता पुरस्कार -2025, वैद्य अमित मकवाना और वैद्य विजय कलमकर – आयुर्वेद समर्पित और कर्तव्यनिष्ठ कार्यकर्ता पुरस्कार -2025।
इस अवसर डॉ. अमर द्विवेदी की पुस्तक “आयुर्वेद और बेसिक फ्रैक्चर मैनेजमेंट” का भी विमोचन किया गया।
इस भव्य राष्ट्रीय परिषद का आयोजन महाराष्ट्र आयुर्वेद सम्मेलन के सभी सदस्यों एवं क्षेत्रीय सचिव (महाराष्ट्र) वैद्या ऋजुता ओमप्रकाश दुबे तथा नालासोपारा आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर वैद्य ओमप्रकाश दुबे एवं प्राचार्या वैद्य हेमलता शेंडे इनके मार्गदर्शन में किया गया।
वसई तालुका के वैद्य गोपाल कर्पे , वैद्या हेमाली कर्पे, वैद्य राधाशरण शर्मा के साथ-साथ मुंबई और पालघर विभाग के अधिकारियों ने इस कार्यक्रम के आयोजन में कड़ी मेहनत की। नालासोपारा आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज की वैद्या सरिता पासी, वैद्या अस्मिता बनसोड , वैद्या स्वाती भिंगारे इन्होने सम्मेलन के लिए पांच क्रेडिट अंक हासिल करने के लिए लगातार तीन महीने तक NCISM, MCIM के साथ संपर्क बनाए रखा एवं लगातार पत्राचार करते रहे। इन्होने पांच क्रेडिट अंक अर्जित करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभायी।अखिल भारतीय महाराष्ट्र आयुर्वेद सम्मेलन यह संस्था कान्फ्रेंस के लिए क्रेडिट अंक प्राप्त करने वाला देश का पहला संगठन बन गया है। क्रेडिट अंक प्राप्त करने और सम्मेलन को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए NCISM के वैद्य राकेश शर्मा का बहुमूल्य मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। कार्यक्रम के अंत में वैद्या बेला भट्ट ने सभी का आभार व्यक्त किया तथा कार्यक्रम का समापन पसायदान और राष्ट्रगान के साथ हुआ।