सामना संवाददाता / मुंबई
बजाज फाउंडेशन ने आज मुंबई के बाल गधर्व रंग मंदिर में ‘यूथ इको समिट’ (यस) के दूसरे संस्करण का सफल आयोजन किया। इस साल की थीम थी ‘फ्यूचर ग्रीन लीडर्स: पावरिंग एन ई-वेस्ट रिवॉल्यूशन’। पहले संस्करण की सफलता को ध्यान में रखते हुए, ‘यस 2025’ में 60 बीएमसी समर्थित स्कूलों से 2000 से ज्यादा विद्यार्थियों ने भाग लिया। इन छात्रों को ई-वेस्ट और इससे जुड़ी चुनौतियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
इस कार्यक्रम में कई प्रमुख हस्तियों ने हिस्सा लिया, जिनमें अमन भैया (एसबीआई फाउंडेशन के वाइस प्रेसिडेंट और हेड ऑफ स्ट्रैटेजी), डॉ. अजय कौशल (साइंटिस्ट डी, सीएमईटी, हैदराबाद- इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत), यूसुफ कबीर (स्पेशलिस्ट, फोकल पॉइंट क्लाइमेट, एनवायरनमेंट एंड इमर्जेंसी, यूनिसेफ) और डॉ. प्रियदर्शिनी कर्वे (राष्ट्रीय संयोजक, इंडियन नेटवर्क ऑन एथिक्स एंड क्लाइमेट चेंज) शामिल थे। इस पहल को टेक्नो मोबाइल्स, यूनिसेफ युवाह और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं का समर्थन प्राप्त है।
इस कार्यक्रम में बोलते हुए, बजाज फाउंडेशन के संस्थापक और निदेशक श्री पंकज बजाज ने कहा, “भारत आज दुनिया में ई-वेस्ट का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक है और साथ ही यहां दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी भी है। ऐसे में भारत के युवाओं के पास ई-वेस्ट के महत्वपूर्ण मुद्दे को सुलझाने का एक खास मौका है। ई-वेस्ट अब पर्यावरण के लिए सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक बन चुका है। बजाज फाउंडेशन की पहलें इसी दिशा में काम करती हैं। हम उन होनहार बच्चों को सशक्त बनाते हैं और उन्हें ई-वेस्ट पर कार्रवाई करने के लिए प्रेरित करते हैं। यूथ इको समिट विद्यार्थियों और उद्योग के प्रमुखों के लिए एक ऐसा मंच है, जहां वे ई-वेस्ट की समस्या और उसे कम करने के उपायों के बारे में गहरे से समझ सकते हैं। ‘यस’ के दूसरे संस्करण को जो शानदार प्रतिक्रिया मिली है, वह हमें बहुत उत्साहित करती है, और हम पूरे साल इस गति को बनाए रखने के लिए तैयार हैं।”