भारतीय विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने राज्यसभा में बताया है कि इस साल ८ दिसंबर तक बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा के कुल २,२०० मामले सामने आए हैं। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान में अक्टूबर २०२४ तक हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा के मामलों की संख्या ११२ है।
बांग्लादेश में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने के बाद से हिंदुओं के खिलाफ जमकर हिंसा हो रही है, लेकिन अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस मानने को तैयार नहीं हैं। अब भारत सरकार ने हिंसा पर बांग्लादेश के झूठ की पोल खोल दी है। संसद में दिए एक जवाब में विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने बताया है कि इस साल आठ दिसंबर तक बांग्लादेश में हिंदुओं समेत अल्पसंख्यकों के खिलाफ २,२०० हमले हुए हैं, जबकि अक्टूबर तक पाकिस्तान में इस साल हिंदुओं पर ११२ हमलों की घटनाएं सामने आई हैं। इससे साफ है कि बांग्लादेश हिंदुओं के खिलाफ पाकिस्तान से भी ज्यादा क्रूरता दिखा रहा है।
विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने संसद में आंकड़े जारी करते हुए बताया कि बांग्लादेश में साल २०२२ में जहां ४७ हमले हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ सामने आए तो पाकिस्तान में यह संख्या २४१ थी। इसके बाद २०२१ में बांग्लादेश में ३०२ मामले सामने आए और पाकिस्तान में १०३, वहीं इस साल बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसाओं में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। आठ दिसंबर, २०२४ तक बांग्लादेश में हिंसा के २,२०० मामले सामने आ चुके हैं और पाकिस्तान में यह संख्या ११२ है। विदेश राज्यमंत्री ने बताया है कि इन हिंसा की घटनाओं को सरकार ने गंभीरता से लिया है और बांग्लादेश की सरकार के सामने चिंताओं को उठाया है। सरकार को उम्मीद है कि बांग्लादेश सरकार हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए कड़े और जरूरी कदम उठाएगी।