किला कोर्ट ने ३ दलालों सहित २० को सुनाई सजा
फर्जी दस्तावेज के खेल का बड़ा मामला हुआ था उजागर
सामना संवाददाता / मुंबई
फर्जी दस्तावेज के बड़े खेल में शामिल ३ दलालों सहित २० बांग्लादेशियों को किला कोर्ट ने ८-८ माह की सजा सुनाई है। बताया जाता है कि करीब ८ माह पहले नगरसेवक का स्टांप इस्तेमाल कर फर्जी तरीके से बांग्लादेशी नागरिकों का पैन कार्ड और आधार कार्ड बनानेवाले गिरोह का नई मुंबई क्राइम ब्रांच ने पर्दाफाश किया था। उस समय दलाल सहित दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था। दलाल के पास से १०९ पैन कार्ड और ११ फर्जी आधार कार्ड भी बरामद हुए थे।
इस बीच पुलिस को जानकारी मिली कि कुछ बांग्लादेशी अवैध रूप से कोपरखैरने में रह रहे हैं। जानकारी के आधार पर मारे गए छापे के दौरान गिरफ्तारी की गई थी। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। पूछताछ में पता चला कि ये लोग पहले नगरसेवक के फर्जी स्टांप से पैन कार्ड और आधार कार्ड बनाते थे। बाद में पासपोर्ट तैयार करते थे। उधर बोरीवली पुलिस ने तीन दलालों को पकड़ा, जो इस पूरे फर्जीवाड़े में एक-दूसरे की मदद करते थे। यह गिरोह फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, बर्थ सर्टिफिकेट बनवाता था, इसके बाद फर्जी तरीके से लीव एंड लाइसेंस का एग्रीमेंट तैयार करता था और फिर पुणे पासपोर्ट ऑफिस से इन बांग्लादेशियों का भारतीय पासपोर्ट तैयार करवाता था। इस गिरोह की मदद कुल आधार वेंâद्र से जुड़े लोग भी करते थे। ये लोग ऑनलाइन पीडीएफ एडिटिंग पोर्टल का उपयोग करके नौकरी चाहनेवालों के लिए फर्जी जन्म प्रमाणपत्र, फर्जी बिजली बिल बनाते थे। इस फर्जीवाड़े में १० बांग्लादेशियों के भारतीय पासपोर्ट तैयार भी हो गए थे। बाकी बनने की प्रक्रिया में थे।