मुख्यपृष्ठनए समाचारबारवी बांध पीड़ितों को झेलनी पड़ रही है भीषण पानी की किल्लत

बारवी बांध पीड़ितों को झेलनी पड़ रही है भीषण पानी की किल्लत

सामना सवांददाता / बदलापुर

बारवी बांध से प्रभावित पांच गांव और सातवाडिया बस्तियां गंभीर पानी की समस्या का सामना कर रही हैं। 1971 से अब तक 55 साल बीत चुके हैं, लेकिन इन गांवों का पुनर्वास अधर में है। किसानों से मामूली मुआवजे पर जमीन लेकर बांध बनाया गया, लेकिन प्रभावितों का उचित पुनर्वास नहीं हुआ। मेहघर गांव का दो बार पुनर्वास होने के बावजूद, वहां के लोग आज भी टैंकर के पानी पर निर्भर हैं। क्षेत्र में सड़कों की कमी और पानी की आपूर्ति की समस्या गंभीर है।

पांच गांव और सातवाडिया के लगभग 6000 लोग मानसून में बाढ़ की चपेट में रहते हैं और गर्मियों में पानी की भारी कमी झेलते हैं। औद्योगिक विकास निगम की जिम्मेदारी होने पर भी, पानी योजनाएं विफल रही हैं। प्रभावितों के बच्चों को नौकरियों में समायोजित करने का वादा भी अधूरा है। पुनर्वास की प्रक्रिया धीमी और अव्यवस्थित है, जिससे प्रभावितों में निराशा है। बारवी प्रकल्प पीड़ित सेवा संघ ने कई आंदोलन किए हैं, लेकिन अब तक न्याय नहीं मिला है। संघ के अध्यक्ष कमलाकर भोईर ने इस पर चिंता जताई है।

अन्य समाचार