मुख्यपृष्ठस्तंभराजस्थान का रण... कांग्रेस नेता ने लगाया पुलिस पर आरोप

राजस्थान का रण… कांग्रेस नेता ने लगाया पुलिस पर आरोप

गजेंद्र भंडारी

जोधपुर के ओसियां की पूर्व विधायक और कांग्रेस की तेज-तर्रार नेता दिव्या मदेरणा का गुस्सा एक बार फिर पुलिस पर फूट पड़ा है। उन्होंने जोधपुर ग्रामीण एसपी धर्मेंद्र यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सोशल मीडिया पर एसपी धर्मेंद्र यादव की कार्यशैली पर सवाल खड़े करने के बाद उन्होंने इसकी शिकायत आईजी से भी की है। डीजीपी से मुलाकात के बाद दिव्या मदेरणा ने कहा कि खेडापा मामले में दिनभर वहां पर अवैध रूप से खनन हो रहा था, लेकिन उसकी शिकायत दर्ज नहीं हुई। कुछ युवकों ने इसका विरोध जताया और हो सकता है कि उन्होंने आवेश में गाड़ी पर डंडा मार दिया हो। इस पर पुलिस ने ४ मामले दर्ज कर दिए। पुलिस उनके साथ किसी बड़े अपराधी की तरह ट्रीट कर रही है। पुलिस युवकों को पकड़ कर थाने ले गई और अब उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है। इससे पहले भी प्रशासन पर कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाए हैं। कांग्रेस के युवा नेता सचिन पायलट भी एक एसपी पर आरोप लगा चुके हैं। कांग्रेस का कहना है कि राजस्थान पुलिस की कार्यप्रणाली ठीक नहीं है और यहां की पुलिस सत्ता पक्ष के दबाव में काम करती है। कांग्रेस ही नहीं, निर्दलीय उम्मीदवार रवींद्र सिंह भाटी भी पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगा चुके हैं।

गहलोत बोले, यूपीए की सरकार में भी बनता राम मंदिर
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अमेठी में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि राम मंदिर को लेकर प्रधानमंत्री और भाजपा के नेता भ्रम पैâला रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि केंद्र में यूपीए या कांग्रेस की सरकार होती तो भी राम मंदिर बनता। वे प्रधानमंत्री मोदी के उस बयान पर बात कर रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर एनडीए की सरकार नहीं होती तो राम मंदिर नहीं बनता। उन्होंने कहा कि चुनावी सभाओं में प्रधानमंत्री और भाजपा के नेता लगातार झूठ बोल रहे हैं और चुनाव जीतने के लिए वे किसी भी हद तक जा सकते हैं। देश की जनता उनके झूठ को जान चुकी है और इस बार उनके झांसे में आने वाली नहीं है। गहलोत ने कहा कि ४ जून को परिणाम चौंकाने वाले होंगे और केंद्र में इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि अगर केंद्र में यूपीए या कांग्रेस की सरकार होती तो भी राम मंदिर बनता। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश से बना है।

वसुंधरा को नहीं मिली कोई जिम्मेदारी
राजस्थान में एक तरफ जहां बीजेपी के प्रदेश स्तर के नेता अलग-अलग राज्यों के चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं, वहीं पहली बार ऐसा हुआ है कि पूर्व सीएम और बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे किसी भी राज्य में चुनावी प्रचार में नहीं गईं। यहां तक कि राजस्थान की लोकसभा सीटों पर भी उन्होंने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है। इसके पीछे की कहानी यह है कि राजस्थान बीजेपी ने राजे का किसी भी सीट पर कोई दौरा नहीं बनाया, जबकि प्रदेश अध्यक्ष, महामंत्री, उपाध्यक्ष, सचिव और प्रदेश के प्रवक्ता तक दूसरे राज्यों में प्रचार-प्रसार में लगे हुए हैं। वसुंधरा राजे को राजस्थान में बारां-झालावाड़ लोकसभा सीट के अलावा किसी अन्य सीट पर नहीं देखा गया, जबकि वसुंधरा राजे सभी लोकसभा चुनावों में बेहद सक्रिय रहती थीं। यहां तक कि कमान उनके हाथ में रहती थी। राजस्थान में जितने भी चुनावी `उड़न खटोले’ उड़ते थे, उसमें राजे की भी सभाएं और रैलियां शामिल रहती थीं। राजस्थान में लोकसभा के लिए दो चरणों में मतदान हुए हैं। पहले चरण में कुछ सीटों पर वसुंधरा राजे की सभाओं और रैलियों की चर्चा थी। कुछ प्रत्याशी वसुंधरा राजे की सभा चाह रहे थे, मगर तय नहीं हो पाया। दूसरे चरण में खुद झालावाड़ में मतदान था इसलिए राजे वहां खुद अपने बेटे की सीट पर डटीं रहीं।

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