मुख्यपृष्ठस्तंभराजस्थान का रण : इसलिए जीती सीपीएम ने सीकर सीट

राजस्थान का रण : इसलिए जीती सीपीएम ने सीकर सीट

गजेंद्र भंडारी

सीकर लोकसभा सीट पर इस बार मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच न होकर सीपीएम और बीजेपी के बीच था, जिसमें सीपीआई के नेता अमराराम ने ७२ हजार ८९६ मतों से बीजेपी के सुमेधानंद सरस्वती को हरा दिया। खास बात यह रही कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के गढ़ में अमराराम को `इंडिया’ गठबंधन के प्रत्याशी के तौर पर उतारा गया था, जिसका फायदा भी मिलता दिखा। नतीजा यह रहा कि लेफ्ट पार्टी राजस्थान में एकमात्र सीट जीतने में कामयाब रही। सीकर सांसद अमराराम ने कहा कि एक सीट पर कांग्रेस ने हमें समर्थन दिया, जबकि अन्य २४ सीटों पर कांग्रेस को हमने समर्थन दिया। जब अगला विधानसभा चुनाव आएगा, तब हम उस चुनाव को लेकर बात करेंगे। समझौता लोकसभा चुनाव के लिए ही हुआ था। सीकर की सीट का समझौता कांग्रेस नेता राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और लेफ्ट के नेताओं के बीच हुआ था, जिसके चलते सीकर की सीट राष्ट्रीय स्तर के गठबंधन के तहत सीपीएम के खाते में आई। फिर सीपीएम ने सीकर से प्रत्याशी तय किया। उन्होंने यह भी कहा कि हमारा एजेंडा है जातिगत जनगणना और जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण को लागू करवाना। इसके लिए हम संसद में भी मांग करेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी खुद को ओबीसी बताते हैं तो ओबीसी की जनगणना क्यों न होनी चाहिए?
इस बार राजस्थान में किसे क्या मिला?
ए नडीए सरकार के मंत्रिमंडल के सदस्यों में सोमवार को विभागों का बंटवारा हो गया। इसमें राजनाथ सिंह को रक्षा, अमित शाह को गृह और नितिन गडकरी को सड़क परिवहन मंत्रालय दिया गया, वहीं जोधपुर से सांसद और वैâबिनेट मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का मंत्रालय बदला गया है। पिछली सरकार में जलशक्ति मंत्री का जिम्मा संभालने वाले शेखावत को इस बार पर्यटन और कला संस्कृति मंत्री बनाया गया है। अलवर से सांसद भूपेंद्र यादव को वन और पर्यावरण, जबकि अर्जुनराम मेघवाल को कानून एवं न्याय मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार) के साथ संसदीय कार्य मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। भूपेंद्र यादव के पास पिछली सरकार में भी वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की जिम्मेदारी थी, वहीं अर्जुनराम मेघवाल भी कानून मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। तथा राजस्थान मूल के अश्विनी वैष्णव को रेल और सूचना मंत्रालय दिया गया है। इस बार गजेंद्र सिंह शेखावत, भूपेंद्र यादव और अर्जुन मेघवाल को रिपीट किया गया है, जबकि भागीरथ चौधरी को पहली बार मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।

अग्निवीर योजना पर  भड़के पायलट
कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट ने एनडीए सरकार के गठन के बाद जमकर हमला बोला। उनका कहना है कि बीजेपी पूर्व बहुमत हासिल करने में असफल रही। अब कांग्रेस और एनडीए में शामिल अन्य दलों के अंकुश के चलते पिछले १० वर्षों की तरह संसद में मनमानी नहीं कर पाएगी। पायलट ने केंद्र सरकार से अपील की कि वह सिर्फ खेद प्रकट कर अपनी जिम्मेदारी से मुक्त नहीं हो, बल्कि सख्त से सख्त कदम उठाए। उन्होंने कहा कि वहां लोकसभा चुनाव हो चुके हैं और आगामी समय में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में लोगों को भयमुक्त रखने को लेकर केंद्र सरकार को भी सख्त कार्रवाई किए जाने की जरूरत है। राजस्थान में बीजेपी की हार पर बोलते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार में शामिल केंद्रीय मंत्री प्रदेशवासियों की उपेक्षा करते रहे। ऐसे में नवनिर्वाचित सरकार में प्रदेश से शामिल किए गए चारों मंत्रियों को न सिर्फ प्रदेश और देश की जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरना होगा, बल्कि बिजली व पानी की समस्या से जूझ रहे राजस्थान के लिए बड़ी योजनाएं भी बनानी होंगी। उन्होंने केंद्र सरकार की अग्निवीर योजना पर कहा कि इसे लागू कर युवाओं के साथ खिलवाड़ किया है। हम इसका विरोध करते रहे हैं, अब तो एनडीए के सहयोगी दलों ने भी इस पर विरोध जताते हुए रिव्यू की मांग की है। मैं भी यही मांग फिर से करता हूं कि पुराने तरीके से ही सेना की भर्ती होनी चाहिए।

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