गजेंद्र भंडारी
प्रधानमंत्री पद पर बैठे व्यक्ति को इतना जिम्मेदार होना चाहिए कि वह क्या बोल रहा है, इसकी सीमा और पद की गरिमा बनी रहे। ऐसी कोई बात न कहे कि जिससे देश की बदनामी इंटरनेशनल लेवल पर हो। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि भारत का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है, लेकिन दूसरी तरफ राजस्थान की सभा में दिया गया उनका बयान इंटरनेशनल मीडिया में चर्चा का विषय बना हुआ है। मीडिया में उनके बयान की निंदा की जा रही है और उनके बयान को सांप्रदायिक बताया जा रहा है। अगर हम यह सोचकर खुश हो रहे हैं कि इससे सिर्फ मोदी की बदनामी हो रही है और यह अच्छा है, तो यह गलत है। दरअसल, इससे देश बदनाम हो रहा है। इसमें खुश होने जैसी कोई बात नहीं है। बल्कि यह शर्म की बात है कि मोदी की वजह से दुनिया में भारत की बदनामी हो रही है। खास बात यह है कि भाषण दिए इतना लंबा समय बीत चुका है, लेकिन चुनाव आयोग ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है, जबकि प्रधानमंत्री के खिलाफ अब तक २० हजार शिकायतें पहुंच चुकी हैं। यही नहीं, मोदी को सीधा नोटिस नहीं भेजा गया। उनका नोटिस बीजेपी अध्यक्ष को भेजा गया है। चुनाव आयोग जिस तरह से काम कर रहा है, उसकी चर्चा भी इंटरनेशनल मीडिया में लगातार हो रही है।
राजस्थान की आग पहुंची गुजरात
राजस्थान में चुनाव संपन्न हो चुके हैं। यहां दो चरणों में मतदान किया गया। इसके बाद अब यहां रिजल्ट का इंतजार हो रहा है। क्या पैâसला होगा, यह तो ४ जून को ही पता चलेगा। इस बार यहां के चुनाव में राजपूत समाज की बड़ी भूमिका मानी जा रही है। दरअसल, राजपूत समाज यहां बीजेपी के खिलाफ खड़ा हो गया। इसकी वजह यह कि राजपूत समाज ने कहा कि उसका अपमान हुआ है और अपमान करनेवाले बीजेपी के मंत्री ही हैं। इसके बाद आग ऐसी भड़की कि पूरे मतदान में बीजेपी के खिलाफ हवा चलती रही। अब यही आग गुजरात पहुंच गई है। यहां अभी चुनाव बाकी हैं। एक वीडियो सामने आया है, जिसमें हजारों राजपूत बड़ोदरा में खड़े हैं और बीजेपी व नरेंद्र मोदी का विरोध कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि बड़ोदरा में राजपूत समाज ने बीजेपी के खिलाफ वोटिंग करने का पैâसला किया है। बीजेपी इससे थोड़ी चिंतित नजर आ रही है। यही स्थिति राजस्थान में भी थी। हालांकि, बीजेपी ने राजपूत समाज को मनाने की काफी कोशिश की, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। करणी सेना के राज शेखावत के कथित अपमान ने इस आग में घी डालने का काम किया है। अब देखना है कि गुजरात में क्या नतीजा सामने आता है।
युवाओं ने ली जीत की गारंटी
राजस्थान के चुनाव में इस बार युवाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है। पहली बार ऐसा हुआ है, जब युवा चुनाव को लेकर इतने उत्साहित दिखे हैं। सोशल मीडिया से लेकर जमीनी स्तर पर युवाओं ने खूब काम किया है। यही वजह है कि कांग्रेस की न्याय की गारंटी को घर-घर पहुंचाने के मामले में राजस्थान के युवा पूरे देश में नंबर वन रहे। कांग्रेस का कहना है कि युवाओं ने तन-मन से काम किया है और भारतीय युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी से निभाई है। इसमें सचिन पायलट की भी अहम भूमिका कह सकते हैं, क्योंकि उनकी ही छत्रछाया में युवा संगठित हुए और घर-घर जाकर काम किया। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने राजस्थान के युवाओं की तारीफ की है और एक पोस्टर जारी कर उन्हें धन्यवाद दिया है। हो सकता है कि राजस्थान के युवाओं की यह मेहनत देखकर बाकी राज्यों के युवाओं को भी हिम्मत और जोश मिले, जिससे कांग्रेस और मजबूत स्थिति में आ जाए।