गजेंद्र भंडारी
राजस्थान में लोकसभा की २५ सीटों में से कितनी सीटों पर कांग्रेस जीत दर्ज करने जा रही है, इसे लेकर चुनाव विश्लेषक योगेंद्र यादव ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में लोग अशोक गहलोत को विधानसभा चुनाव में हराने के बाद अब लोग उनकी योजनाओं की तारीफ कर रहे हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि राज्य में सरकार बदलने की परंपरा रही है। इस बार मुख्यमंत्री जो बने हैं, उन्हें गांवों में लोग ज्यादा नहीं जानते हैं। राज्य की उत्तरी और पूर्वी पट्टी में किसान आंदोलन का असर हुआ है। यहां किसान वर्ग के साथ अग्निवीर योजना को लेकर भी लोगों में गुस्सा नजर आ रहा है, जिसका परिणाम यह हुआ है कि इस बार बराबरी का मुकाबला हुआ है। मैं नहीं समझता कि यहां २-३ सीट का मामला है। बांसवाड़ा, नागौर, बाड़मेर जैसी सीटें निकलने की गुंजाइश बन गई है। कांग्रेस के लिए राजस्थान में कम से कम ६ से ८ सीटों की संभावना दिख रही है। खैर, राजस्थान ही नहीं पूरे देश से जो आकलन आ रहे हैं, उनसे पता चलता है कि इस बार एनडीए और बीजेपी की हालत खराब है और इस बार कुछ भी हो सकता है। सट्टा बाजार का हालिया सर्वे कहता है कि इस बार दोनों गठबंधन के बीच बहुत मामूली सा अंतर है। दोनों के बीच १०-२० सीटों का फर्क रहेगा। यही नहीं, यह भी कहा जा रहा है कि एनडीए को पूर्ण बहुत नहीं मिल रहा है।