-१,२०१ ऑटोचालक बिना लाइसेंस के पकड़े गए
सामना संवाददाता / मुंबई
कम दूरी की सवारी के लिए लोग उपनगरों में ऑटोरिक्शा का काफी उपयोग करते हैं। तीन सवारी ढोने वाले ये ऑटोरिक्शा प्राय: हर रेलवे स्टेशन के बाहर मिलते हैं। पीक आवर में तो वहां इसके लिए लाइन लगानी पड़ती है। मगर इस पर बैठने से पहले जरा रुकिए, कहीं आप जिस ऑटोरिक्शा में बैठ रहे हैं, वह अवैध तो नहीं है? ऑटोचालक इसे कहीं बिना लाइसेंस के तो नहीं चला रहा है? असल में ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं, क्योंकि इन दिनों मुंबई पुलिस और आरटीओ के संयुक्त अभियान में बड़ी संख्या में अवैध ऑटोरिक्शा जप्त किए गए हैं।
बता दें कि मुंबई पुलिस ने अवैध ऑटोरिक्शा चालकों पर नकेल कसने के लिए यह विशेष अभियान शुरू किया है, जिसमें २,००० से अधिक ऑटोरिक्शों को जप्त किया गया है। इसके साथ ही विभिन्न उल्लंघनों के लिए ड्राइवरों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
यात्रियों से अधिक किराया लिया तो खैर नहीं!
-ऑटोरिक्शा चालकों के खिलाफ जारी है मेगा अभियान
-पुलिस आरटीओ की संयुक्त कार्रवाई में हजारों नपे
इस महीने पुलिस और आरटीओ ने मिलकर अवैध ऑटोरिक्शों के खिलाफ मेगा अभियान चालू किया है। इस अभियान की शुरुआत में बिना उचित दस्तावेजों, लाइसेंस और बैज के चलने वाले ड्राइवरों और यात्रियों से अत्यधिक किराया वसूलने वाले ऑटो चालकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इसके साथ ही पुलिस ने बिना परमिट के चलाए जा रहे २,००० से अधिक ऑटोरिक्शों को जब्त किया है। गलत काम करने वाले ड्राइवरों पर मामूली अपराधों के लिए जुर्माना लगाया गया है, लेकिन गंभीर उल्लंघनों के लिए उन पर मोटर वेहिकल एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। इस अभियान में रेलवे स्टेशनों के बाहर से चलने वाले ऑटो चालकों पर ज्यादा फोकस किया गया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘हमें रेलवे स्टेशनों के बाहर चलने वाले ऑटो चालकों के बारे में नियमित रूप से शिकायतें मिलती रहती हैं। आरटीओ द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़े बताते हैं कि शहर के पूर्वी उपनगरों में अभियान के दौरान ५०,००० से अधिक ऑटोरिक्शा की जांच की गई और ७४७ ऑटो-रिक्शा जब्त किए गए। बिना परमिट के वाहन चलाने पर ८५५ चालकों के खिलाफ कार्रवाई की गई। बिना वर्दी के वाहन चलाने और बैज नहीं रखने पर ५,५२४ चालकों के खिलाफ कार्रवाई की गई। बिना लाइसेंस के वाहन चलाने पर १,२०१ चालकों के खिलाफ कार्रवाई की गई। बिना फिटनेस प्रमाणपत्र के वाहन चलाने पर ८७३ चालकों के खिलाफ कार्रवाई की गई। पुलिस ने कहा कि तीन से अधिक यात्रियों को ले जाने के लिए २,२६० ऑटो चालकों को पकड़ा गया और १,५५९ चालक स्टैंड के बाहर पार्किंग करते पाए गए। इसके अलावा, २,३२५ चालकों को वाहन चलाने से इनकार करने पर पकड़ा गया। पश्चिमी क्षेत्र में २१२ ऑटो-रिक्शा जब्त किए गए हैं। वाहन चलाने से इनकार करने पर ३९१ चालकों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है।
३०,००० ऑटोरिक्शा अवैध
मुंबई ऑटो रिक्शा टैक्सीमैन यूनियन के अध्यक्ष शशांक शरद राव के अनुसार, ‘उपनगरों में कम से कम ३०,००० ऑटोरिक्शा हैं जो अवैध रूप से चल रहे हैं। उनमें से ज्यादातर बांद्रा (ईस्ट), बांद्रा टर्मिनस, अंधेरी, सांताक्रुज, जोगेश्वरी और मालवानी में चलते हैं।’ उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाई के दौरान, ये ऑटो चालक आमतौर पर सड़कों से दूर रहते हैं।