अनिल मिश्र / पटना
बिहार प्रदेश में इस वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ यात्रा का आगाज आज युवा नेता कन्हैया कुमार, कृष्ण अनवारूल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह के नेतृत्व में हो गया है। इस यात्रा से कांग्रेस जहां पिछले कई वर्षों से बिहार के सत्ता में बैठे नीतीश कुमार और उसके सहयोगी भारतीय जनता पार्टी को तो घेरने के प्लान तो हैं ही, लेकिन इसके साथ-साथ बिहार में पिछले पैंतीस साल से लगातार अपनी जनाधार खो रहे और पिछलग्गू बन कर बैशाखी के सहारे अपनी वजूद बचाने के लिए लगातार कोशिश कर रही कांग्रेस पार्टी कन्हैया कुमार के साथ अपनी धमक बढ़ाने की जुगत में है।
बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है।राजनीतिक पार्टियों ने चुनावी बिगुल फूंक दिया है। इसी क्रम में आज पश्चिमी चंपारण जिले के भितिहरवा गांधी आश्रम से कांग्रेस ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ यात्रा की शुरुआत कर दी है। इस यात्रा की खुद एनएसयूआई के प्रभारी कन्हैया कुमार कर रहे हैं। इस यात्रा के दौरान कन्हैया कुमार पर सबकी नजर टिकी हुई है।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने बिहार प्रदेश में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए एक नई रणनीति अपनाई है। ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ यात्रा के जरिए कांग्रेस सरकार को पलायन और बेरोजगारी के मुद्दे पर घेरने की कोशिश कर रही है। यह यात्रा पश्चिम चंपारण के भितिहरवा गांधी आश्रम से शुरू हुई है। युवा कांग्रेस और एनएसयूआई इस यात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं। कन्हैया कुमार समेत कई बड़े कांग्रेसी नेता भी इसमें शामिल हैं। इस यात्रा का मकसद केंद्र और बिहार सरकार की नाकामियों को जनता के सामने लाना है।
आज से शुरू हुए कांग्रेस की ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ यात्रा पं चंपारण जिले के भितिहरवा गांधी आश्रम से शुरू होकर बनकटवा पहुंची। यहां कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह और बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने बताया कि इस यात्रा के माध्यम से बिहार की जनता के मुद्दों को उठाया जाएगा। महंगाई, पेपर लीक, भ्रष्टाचार और मजदूरों का पलायन जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरा जाएगा।
जानकारों के मुताबिक, इस यात्रा के जरिए महागठबंधन में कांग्रेस की धमक जहां बढ़ेगी तो वहीं दूसरी ओर इस यात्रा को लेकर चर्चा है कि कांग्रेस आगामी चुनाव की तैयारी के लिए कन्हैया कुमार को लॉन्च भी करने का प्रयास कर रही है। दिल्ली में छात्र आंदोलन से कम्युनिस्ट पार्टी के जरिए राजनीति में आने वाले कन्हैया कुमार की बदौलत कांग्रेस बिहार में नौजवानों को साधने की तैयारी भी कही जा रही है। इस यात्रा का उद्देश्य भी रोजगार, पलायन और नौकरी के ही आसपास दिख रहा है। हालांकि, अभी तक कांग्रेस ने इसे आधिकारिक रूप से इसका जिक्र नहीं किया है ।
यह यात्रा बिहार के विभिन्न जिलों से होकर गुजरेगी। इस दौरान कांग्रेस नेता जनसभाएं करेंगे और लोगों से रू-बरू होंगे। वे सरकार की नीतियों की आलोचना करेंगे और अपने विचार रखेंगे। इस यात्रा के जरिए कांग्रेस राज्य में अपना जनाधार बढ़ाने की भरपूर कोशिश कर रही है। अब देखना होगा कि चुनाव से पहले कांग्रेस का यह दांव कितना कामयाब होता है। क्या इस यात्रा से कांग्रेस बिहार की राजनीति में अपनी स्थिति मजबूत कर पाएगी? यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।