पाकिस्तान की माली हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है। इसी वजह से वो बार-बार अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों के सामने मदद मांगने पर मजबूर है। हाल ही में पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी आईएमएफ से १ बिलियन से १.५ बिलियन डॉलर तक के नए कर्ज की दरख्वास्त की है। ये कर्ज जलवायु परिवर्तन के असर से निपटने और जरूरी सुधारों को लागू करने के नाम पर मांगा गया है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और आईएमएफ की मैनेजिंग डायरेक्टर क्रिस्टालिना जॉर्जीवा के बीच न्यूयॉर्क में हुई मुलाकात में ये मुद्दा उठा। ऐसे में अब जलवायु परिवर्तन जैसे दीर्घकालिक मसलों के लिए कर्ज मांगने का कदम कई सवाल खड़े करता है। आईएमएफ ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि उसे अपने खर्चे कम करने होंगे और अपनी सरकारी कंपनियों का निजीकरण करना होगा। यदि ऐसे ही चलता रहा तो जल्द ही पाकिस्तान की हालत और ज्यादा खराब हो जाएगी।
बेचने प़़ड़ गए लड़ाकू विमान
कंगाली की हालत में पहुंचे पाकिस्तान ने अजरबैजान को अपने लड़ाकू विमान बेचे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, अजरबैजान ने १.६ बिलियन डॉलर के सौदे के तहत पाकिस्तान से जेएफ-१७ ब्लॉक ३ लड़ाकू विमान खरीदे हैं। बकौल रिपोर्ट, अजरबैजान व पाकिस्तान के बीच १.६ बिलियन डॉलर का सौदा विमान व हथियार खरीदने के साथ प्रशिक्षण के लिए हुआ है। सौदे के तहत कितने विमान बेचे गए हैं, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है।