सामना संवाददाता / मुंबई
पिछले कुछ सालों से बेस्ट वित्तीय संकट से जूझ रही है और ऐसी संभावना है कि निकट भविष्य में बेस्ट की सेवा पूरी तरह से बुरे हाल में होने वाली है। मई माह में ५५६ कर्मचारी रिटायर्ड हुए और इनमें से करीब ५० फीसदी कर्मचारी परिवहन विभाग से हैं। वर्तमान में परिवहन विभाग में १६ हजार कर्मचारी हैं और इसमें मालवाहक और ड्राइवर भी शामिल हैं। हालांकि, जुलाई तक सैकड़ों कर्मचारी सेवानिवृत्त हो जाएंगे इसलिए संभावना है कि कर्मचारियों की कमी के कारण बेस्ट के बस परिचालन पर असर पड़ेगा।
३५ लाख यात्री करते हैं सफर
मुंबई महानगर में चलने वाली बेस्ट का सफर सस्ता, तेज और सुगम होता जा रहा था। फिलहाल, बेस्ट बस से ३२ से ३५ लाख यात्री सफर करते हैं। हालांकि, बेस्ट बसों की संख्या कम हो रही है। मुंबई मनपा को बेस्ट के आनंद ३,३३७ स्व-स्वामित्व वाली बसों के बेड़े को बनाए रखने के लिए तत्काल धन उपलब्ध कराने की आवश्यकता है। यदि स्व-स्वामित्व वाली बसों को बेड़े में शामिल नहीं किया जाता है तो मार्च २०२७ तक बेस्ट के पास कोई खुद की बस नहीं होगी। दूसरी ओर बेस्ट के परिवहन विभाग से सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों की संख्या अधिक है। अगर निकट भविष्य में स्टाफ की भर्ती नहीं की गई तो बेस्ट की बसें चलाने के लिए ड्राइवर और कंडक्टर की कमी हो जाएगी। इसका सीधा असर यात्रा करनेवाले यात्रियों की जेब पर पड़ेगा। यात्रियों को असमय बस यात्रा, बसों की कमी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। बेस्ट के परिवहन प्रभाग में कुल कार्यबल १६,५७७ था। हालांकि, मई में बेस्ट के पूरे डिविजन में ५५६ कर्मचारी सेवानिवृत्त हुए। परिवहन विभाग के करीब ५० फीसदी कर्मचारी सेवानिवृत्त हो गए। इससे परिवहन विभाग में संख्या कम हो गई है और आने वाले समय में यह संख्या और कम होने वाली है। साथ ही बेस्ट के सूत्रों ने कहा कि बेस्ट के सभी विभागों में २६१ कर्मचारी जुलाई तक सेवानिवृत्त हो जाएंगे, इसमें ड्राइवरों और कंडक्टर की संख्या भी अधिक है।