मुख्यपृष्ठनए समाचारचिल्लर है भैय्याजी जोशी...मुंबई में जहर मत घोलो!.. विधानभवन में गरजे उद्धव...

चिल्लर है भैय्याजी जोशी…मुंबई में जहर मत घोलो!.. विधानभवन में गरजे उद्धव ठाकरे

सामना संवाददाता / मुंबई

छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने वाले प्रशांत कोरटकर को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ‘चिल्लर आदमी’ कहा था। तो अब मराठी भाषा का अपमान करने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता भैय्याजी जोशी को भी मुख्यमंत्री ‘चिल्लर’ घोषित करें, अन्यथा उनके खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाए। ऐसे तीखे शब्दों में शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने कल गर्जना करते हुए अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मिठास नहीं जोड़ सकते, तो कम से कम जहर तो मत घोलो! मुंबई को जहर देकर जीतने की कोशिश मत करो। अन्यथा मुंबईकर तुम्हें सबक सिखाने में पीछे नहीं हटेंगे।
विधानसभा परिसर में मीडिया से बात करते हुए कल उद्धव ठाकरे ने जबरदस्त नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्हें ‘अनाजी पंत’ कहकर संबोधित किया।
लेकिन उनकी असली मंशा नफरत फैलाना है!
छत्रपति शिवाजी महाराज और छत्रपति संभाजी महाराज फिर से जन्म नहीं ले सकते, लेकिन महाराष्ट्र को तोड़ने वाले औरंगजेब और उनके साथ देने वाले अनाजी पंत इस दौर में भी पैदा हुए हैं, इससे बड़ा दुर्भाग्य और कुछ नहीं हो सकता। शिवसेनापक्षप्रमुख ने कल मीडिया से बातचीत के दौरान ये बातें कहीं। उद्धव ठाकरे ने संघ और भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि कुछ लोग खुद को ब्रह्मदेव समझते हैं और ज्ञान बांटते फिरते हैं, लेकिन उनकी असली मंशा नफरत पैâलाना है।
भैय्याजी जोशी की मातृभाषा क्या है, ये तो पता नहीं, लेकिन वे मुंबई आकर नफरत का जहर पैâला गए।
उन्होंने कहा कि यह आरएसएस और भाजपा का छुपा एजेंडा है। वे एक तरफ कुछ और दिखाते हैं और दूसरी तरफ कुछ और करते हैं। उद्धव ठाकरे ने आरोप लगाया कि ये लोग अब केवल हिंदू-मुस्लिम को ही नहीं, बल्कि मराठी-गैर मराठी के बीच भी फूट डालना चाहते हैं और इस तरह सत्ता हथियाना चाहते हैं। उद्धव ठाकरे ने चुनौती देते हुए कहा कि अगर हिम्मत है, तो गुजरात, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक में इस तरह की भाषा बोलकर दिखाएं।
देश में भाषावार प्रांत का निर्माण हो चुका है, फिर अब मुंबई को तोड़कर गली-गली में प्रांत बनाने की साजिश क्यों हो रही है? ऐसा तीखा सवाल करते हुए उन्होंने कहा कि कानून को सख्ती से लागू कर एक भी व्यक्ति पर कार्रवाई हुई, तो कोई और मराठी का अपमान करने की हिम्मत नहीं करेगा। इस दौरान उन्होंने कहा कि मराठी को अभिजात भाषा का दर्जा देकर कोई एहसान नहीं किया गया है।
– गद्दार शामिल नहीं हुए
महायुति सरकार ने विधायकों के लिए ‘छावा’ फिल्म का विशेष शो आयोजित किया था, लेकिन गद्दार उसमें शामिल नहीं हुए। जब लोग ‘छावा’ देख रहे थे, तब इस दौर के ‘अनाजी पंत’ यानी भैय्याजी जोशी ने यहां आकर मराठी-गैर मराठी का जहर घोल दिया।
-शहीदों के बलिदान की शपथ लेते हैं…मुंबई का बंटवारा नहीं होने देंगे!
महाविकास आघाड़ी के विधायकों ने कल दोपहर हुतात्मा चौक पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर सभी नेताओं ने संकल्प लेते हुए कहा कि हम शहीदों के बलिदान की शपथ लेते हैं, कोई कितना भी जहर पैâलाए, लेकिन मराठी लोग मुंबई को महाराष्ट्र से छीनने नहीं देंगे। हम मुंबई का बंटवारा नहीं होने देंगे। इस दौरान महाविकास आघाड़ी के प्रमुख नेता, विधायक और पार्टी कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि मुंबई महाराष्ट्र का अभिन्न हिस्सा थी, है और हमेशा रहेगी।

अन्य समाचार