सामना संवाददाता / मुंबई
प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी भीमगर्जना मित्र मंडळ, मुलुंड-पूर्व की ओर से भीम जयंती महोत्सव 2025 का भव्य आयोजन किया गया। महोत्सव की शुरुआत महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती से की गई, जो सामाजिक न्याय और शिक्षण क्रांति के प्रतीक माने जाते हैं।
महोत्सव के दौरान समाज और राजनीति से जुड़े विषयों पर आंबेडकरवादी विचारकों और विश्लेषकों के प्रेरणादायक व्याख्यान आयोजित किए गए। साथ ही छोटे बच्चों को शैक्षणिक सामग्री का वितरण किया गया जिससे शिक्षा के प्रति रुचि और उत्साह को बढ़ावा मिला।
कार्यक्रम में महिलाओं के लिए “खेल पैठणीचा” प्रतियोगिता और अन्य मनोरंजक खेल आयोजित किए गए, वहीं बच्चों के लिए विविध खेल स्पर्धाएं, चित्रकला, नृत्य और सामान्य ज्ञान प्रतियोगिताएं रखी गईं।
14 अप्रैल, डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की जयंती के दिन, सुबह भव्य बाइक रैली ने मुलुंड पूर्व की सड़कों को गर्व से भर दिया। शाम को आतिशबाजी और रंगारंग शोभायात्रा ने जनमानस का ध्यान आकर्षित किया। बच्चों की नृत्य स्पर्धाओं ने सभी दर्शकों का मन मोह लिया।
महोत्सव के अंतिम दिन सभी गणमान्य अतिथियों का सम्मान और आभार प्रदर्शन किया गया तथा विभिन्न स्पर्धाओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए गए। भीम महोत्सव का समापन समारोह 15 अप्रैल की रात 10 बजे भव्यता के साथ संपन्न हुआ।
इस गौरवशाली कार्यक्रम में ईशान्य मुंबई के सांसद श्री संजय दिना पाटील, प्रख्यात कामगार नेता अशोक गायकवाड, ONGC के वरिष्ठ अधिकारी वी. टी. वानखेडे, डीडी कटारे, गायकवाड साहेब, सुधीर थोरात, भाजपा महिला जिला अध्यक्ष योजना ठोकले, पूर्व नगरसेवक नंदू वैती, मुलुंड के विधायक मिहिर कोठेचा और इंडियन ऑयल के अधिकारी मंगेश चिकने सहित कई सम्माननीय व्यक्तियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
इस महोत्सव ने न केवल डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के विचारों को जन-जन तक पहुँचाया, बल्कि सामाजिक समरसता, सांस्कृतिक विविधता और लोक सहभागिता का सशक्त उदाहरण भी प्रस्तुत किया।