प्रभुनाथ शुक्ल भदोही
हमनी के धर्मशास्त्र में भक्ति के नौ गो रूप के वर्णन कइल गइल बा, बाकि बदलत समय में एकरा के दायरा नब्बे से अधिक हो गईल बा। आजकल सेल्फी भक्ति के प्रचलन सबसे जादा बा। दूसरा नंबर प राजनीति अवुरी राजनेता के भक्ति बा। एह भक्ति के परिणाम ई बा कि चंद मिनट में लोग पार्टी आ दिल बदल रहल बा। एह भक्ति में बहुत शक्ति बा। तीन नंबर प हमनी के धर्म अवुरी संप्रदाय के भक्ति बा।
प्रेमिका भक्ति के बाजार खराब बा। जइसे लोग आपन कपड़ा बदलेला ओसही आजकल प्रेमी-प्रेमिका एक-दूसरे के बदलेले। प्रेमिका अइसन भक्तन के तलाश करेली जेकरा लगे गहिराह जेब के पइसा होखे। अइसन प्रेमिका के भक्ति प्रियतम जल्दी से स्वीकार कर लेला। एह युग में पत्नी भक्ति के दशा खराब चल रहल बा। काहे कि मोबाइल भक्ति एकरा बीच के देवाल बन गइल बा। ई दुनु मोबाइल के भक्ति में डूबल लउकत बाड़े।
सरकार के धार्मिक अनुयायियन के सभा बोलावे के चाही अवुरी धर्म संसद में भक्ति के नौ रूप में एक रूप अवुरी जोड़े के अनुमति देवे के चाही। जब से मोबाइल युग के दौर शुरू भइल बा तब से एगो नया भक्ति के उदय भइल बा। ओह नई भक्ति के नाम ह सेल्फी भक्ति। आजकल देश में इ भक्ति बहुत प्रचलित बा। स्वर्ग से धरती पर जहां भी जाइब, सेल्फी भक्ति मिली। मंदिर, समुंदर, नदी, झरना, कार्यस्थल, बाढ़, सूखा, रेल यात्रा, पिकनिक आदि हर जगह पर मौजूद बा।
मुंबई में बाप्पा के उत्सव में सेल्फी लेवे के भक्तन के बीच होड़ मचल बा। भक्ति के बदलल स्वभाव के देखत पंडाल में सेल्फी पॉइंट बनावल गईल बा। भक्तन के कवनो समस्या के सामना ना करे के पड़े आ आसानी से भक्त बाप्पा के सेल्फी ले के ओकरा बाद सोशल मीडिया पर वायरल कर सकेलें कि आजु हमनी बाप्पा के संग अभुतपूर्व भक्ति के प्रदर्शन कइले बानी जा। बाप्पा भी अइसन भक्तन से परेशान बाड़े। भक्त उनकर पूजा करे खातिर ना, बलुक खाली सेल्फी खातिर लाइन में लागल बाड़े। बाप्पा के आराम के मौका नइखे मिलत। बाप्पा मूसकराज पर बइठल बाड़े। बेचारा उहौ भी चिंतित बा आ कहत बा कि प्रभु! हमनी के भी लड्डू खाए दीं। रउआ भक्तन के साथे सेल्फी मोड में बानी, हमनी के भी भूख-प्यास लागेला। हे प्रभु! अइसन भक्ति से परहेज करीं।