मुख्यपृष्ठस्तंभभोजपुरिया व्यंग्य : डाटाजीवी महाराज

भोजपुरिया व्यंग्य : डाटाजीवी महाराज

प्रभुनाथ शुक्ल
भदोही

डाटाजीवी महाराज कमाल के हऊवें। रउरा के आटा-दाल के ओतना चिंता नइखे जेतना डेटा सेविंग के। १० दिन खातिर रसोई मे राशन भराई के १५ दिन के राशन मिले के सपना देख रहल बाड़े। जबकि रउरा अपना मोबाइल के डाटा के बराबर खयाल रखलें। ओतना हमार खयाल ना करेलें। वाई-फाई कनेक्शन मंगला पर ऊ लोग मुँह मोड़ लेला। जइसे कि हम डेटा ना पूछत बानी बलुक राउर प्रेमी से पूछत बानी। हमार भी एतना खयाल रखले त केतना बढ़िया होखत। तू बढ़िया से मजाक करत बाड़ू। हर बखत हमरा के मजाक उड़ावत घूमेलू।
अब का बतार्इं जइसे ई कवनो डाटा न होके ऊ प्रेमी हो गईल बा। मोबाइल कंपनी भी कम न बा। दिन-रात डेटा खपत के संदेश भेजत रहेला। मानो ई मोबाइल डाटा ना होके कवनो प्रेमी के निगरानी में राखल होखे। रउआ सही कहत बानी, नवविवाहित प्रेमी भी अपना प्रेमी के ओतना मैसेज ना भेजत रहे जतना मोबाइल कंपनी अपना ग्राहक के डेटा के लेके भेजत रहेली। मोबाइल कंपनी के लोगन के डेटा के कतना परवाह बा। एह भयावह कलियुग में के एतना परोपकारी होई, जब दुनिया के आपन जरूरत बा? हम ओह लोग के आभारी बानी।
हाँ, रउरा ठीके कहत बानी! नया बियाह के बाद हनीमून पर ले गईला पर भी तू हमरा के एतना परवाह ना करत रहलू। मोहतरमा के बात सुन के डाटाजीवी आपन हँसी दबा के हँसे लगली। मोहतरमा, अब हमनी के का बतार्इं जा, हम उहाँ के विचारशीलता खातिर धन्यवाद देत बानी। मोबाइल कंपनी के लोग आधा रात होखे भा अबहीं बतकही लंबित बा, मोबाइल के मैसेज बॉक्स में एगो प्यारा सा मैसेज गूँजत बा… रउआ आपन रोज के सौ फीसदी डेटा के इस्तेमाल कर लेले बानी। अगिला दिने राउर रोज के हाईस्पीड डेटा बहाल हो जाई। अधिक जानकारी खातिर अपना डेटा कोटा के लिंक पर क्लिक करीं… ओही घरी हमार प्रियतम, हमार सब सुख गायब हो जाला।

 

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