प्रभुनाथ शुक्ल भदोही
मुंगेरीलाल के सपना साकार हो गईल। तीसरा प्रयास में उ राजनीति के स्कूल से पास हो गईले। बेचारा कई बेर चुनाव लड़त आइल रहे, बाकि अबकी बेर सीधे सांसद बन गइले। कहल जाला कि भगवान जब देले त छत फाड़ देले। कमाल के बात बा कि स्वर्ग में ना देरी बा, ना अन्हार। एह चुनाव में बड़का-बड़का लोग जमीन पकड़ लिहले, बाकि मुंगेरीलाल मुंगेरीलाल निकल गइले। एग्जिट पोल करे वाला लोग उनकर सपना बरबाद क देले रहे, लेकिन मुंगेरीलाल के खुश करेवाली जनता के शुभकामना। उ बम्पर वोट से जीत गईले।
एगो बड़का मंत्री मुंगेरीलाल का सोझा चुनाव लड़त रहले, बाकि ओकरा आसमान देखे के पड़ल। मंत्री सात बेर एह सीट के जीतत रहले मुना मुंगेरीलाल के तूफान का चलते ई सीट बह गइल। मुंगेरीलाल के कहनाम बा कि कलयुग में सबसे पवित्र काम जनसेवा ह। लोकसेवा में जवन फायदा मिलेला ऊ कहीं अउर ना मिलेला। एही से आजकल सब केहू नेता बने के चाहत बा। मुंगेरीलाल के जीत के संदेश दिल्ली तक पहुंचल काहे कि उनकर जीत बहुत असाधारण रहे। पूरा सत्ता ओह व्यक्ति के हिला दिहलस।
हो सकेला कि मुंगेरीलाल राजनीति में छोट रहले, बाकि बड़का जीत दर्ज कइले। उनका जीत के लेके बड़ा जश्न मनावल गईल। मीडिया के लोग के भीड़ जुट गईल रहे। मुंगेरीलाल के साक्षात्कार लेबे खातिर देश भर के नामी पत्रकार आवत रहले। मुंगेरीलाल खुदे ई ना समझ पावत रहले कि ऊ कवन अतना बड़ काम कइले बाड़न जवना के चलते हंगामा मच गईल बा। मुंगेरीलाल कबो मंत्री जी के चेला-चपाटी रहले। मुंगेरीलाल पंचर के दोकान चलावत रहले अवुरी जवन समय रहता, उ जनसेवा करत रहले। संजोग से बड़बोलेराम के सरकार अल्पमत में आ गइल जवना के चलते मुंगेरीलाल आ पलटूराम के सुंदर सपना पूरा हो गइल आ ऊ लोग मंत्री बन गइल।
जब मीडिया मुंगेरीलाल से पूछलसि कि एह जीत के राज का बा। तू कमाल कइले बाडे। बड़का चेहरा के हरा देले बाडे। ई सब कइसे संभव हो गइल? ई चमत्कार कइसे कइनी? मुंगेरीलाल मस्त राजनेता निहन जवाब देले, देखि! ई सब देवतुल्य जनता के आशीर्वाद ह। अहंकार भगवान के एगो प्रसाद ह। हमनी के जमीन प रह के दलित, पिछड़ा लोग अवुरी वंचित के सेवा कईले बानी। हमनी के ओह सेवा के फल मिलल बा।