सामना संवाददाता / मुंबई
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को एक और बड़ा झटका लग सकता है। ऐसी चर्चा थी कि अजीत पवार गुट के नेता रामराजे निंबालकर शरद पवार के साथ जाएंगे। सूत्रों के अनुसार, अजीत पवार ने कुछ दिनों पहले फलटन से अपने उम्मीदवार दीपक चव्हाण की घोषणा की। अब चर्चा है कि रामराजे निंबालकर के साथ उनके उम्मीदवार दीपक चव्हाण भी शरद पवार की एनसीपी में शामिल होने जा रहे हैं।
अजीत गुट के वरिष्ठ नेता रामराजे निंबालकर ने सातारा में एक बैठक आयोजित की है। चर्चा है कि वह इस सभा से घर वापसी करेंगे। सूत्रों ने बताया कि रामराजे निंबालकर के करीबी फलटन के दीपक चव्हाण भी इस सभा से घर वापसी करेंगे। लोकसभा चुनाव के बाद शरद पवार की पार्टी में शामिल होने के लिए नेताओं की लाइन लग गई है। कागल से हसन मुश्रीफ के प्रतिद्वंद्वी रहे बीजेपी के समरजीत घाटगे शरद पवार की पार्टी में शामिल हो गए। इतना ही नहीं, सोलापुर के माढ़ा से मौजूदा विधायक बबन शिंदे ने भी अजीत पवार का साथ छोड़ दिया है। अब आज सातारा के दिग्गज नेता रामराजे निंबालकर को भी जाने की संभावना है इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में बीजेपी और अजीत पवार की पार्टी को बड़ा झटका लगेगा।
माढ़ा विधानसभा क्षेत्र के मौजूदा विधायक बबनराव शिंदे की राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। अजीत पवार गुट के मौजूदा विधायक बबन राव शिंदे ने दादा को जबरदस्त सियासी झटका दिया है। विधायक बबनराव शिंदे ने स्पष्ट रूप से कहा कि अब महायुति का मुद्दा खत्म हो गया है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं के आग्रह पर मैंने शरद पवार से मुलाकात की है। इसलिए बबन राव शिंदे के बेटे रणजीत सिंह शिंदे या तो तुतारी से चुनाव लड़ेंगे या आगामी विधानसभा चुनाव में निर्दलीय खड़े होंगे। महत्वपूर्ण बात यह है कि महायुति के लिए खतरे की घंटी बज चुकी है।