मुख्यपृष्ठनए समाचारबंद दरवाजों की लोकल पर उठे `बड़े’ सवाल! ...दादर में दरवाजे खोलना...

बंद दरवाजों की लोकल पर उठे `बड़े’ सवाल! …दादर में दरवाजे खोलना ही भूल गया गार्ड

– एसी लोकल की ट्रेनिंग पर उठे सवाल
सामना संवाददाता / मुंबई
दादर स्टेशन पर कल एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, गार्ड एसी लोकल के बंद दरवाजों को खोलना ही भूल गया। परिणाम स्वरूप सभी यात्री डिब्बे के अंदर फंस रह गए। इस घटना के बाद एसी लोकल की ट्रेनिंग सहित बंद दरवाजों की लोकल को लेकर सवाल उठने लगे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, कल जब टिटवाला-सीएसएमटी एसी लोकल ट्रेन दादर पहुंची और एसी लोकल के दरवाजे नहीं खुले। जिसके कारण लोकल में सवार सैकड़ों यात्री दादर स्टेशन पर उतर नहीं पाए और चढ़ने वाले चढ़ नहीं पाए। ट्रेन के गार्ड गोपाल ढाके की चूक के कारण ट्रेन के दरवाजे नहीं खुले, जिससे यात्री ट्रेन के अंदर ही फंसे रह गए।
सूत्रों के मुताबिक, ट्रेन सुबह १०:०५ बजे दादर स्टेशन पहुंची और १०:०६ बजे रवाना हो गई। इस एक मिनट के ठहराव के दौरान दरवाजे बंद ही रहे और यात्री ट्रेन से उतरने में असमर्थ रहे। जैसे ही ट्रेन फिर से चलने लगी, यात्रियों में अफरातफरी मच गई। उन्हें अगले स्टेशन परेल तक इंतजार करना पड़ा, जहां वे ट्रेन से उतर सके। इस बड़ी लापरवाही के बाद सेंट्रल रेलवे ने तुरंत कार्रवाई करते हुए ट्रेन गार्ड गोपाल ढाके को निलंबित कर दिया। रेलवे अधिकारी ने कहा कि गार्ड दादर स्टेशन पर ट्रेन के दरवाजे खोलना भूल गया था। गार्ड को निलंबित कर दिया गया है और हम यह सुनिश्चित करने के लिए उचित कदम उठाएंगे कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। मुंबई की एसी लोकल ट्रेनों में स्वचालित दरवाजा बंद प्रणाली होती है, जिसे गार्ड के कंट्रोल पैनल से संचालित किया जाता है। दरवाजे गार्ड की कमांड के बाद ही खुलते और बंद होते हैं। इस घटना से यात्रियों में भारी नाराजगी देखी गई। उन्होंने रेलवे प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कर्मचारियों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया।
कल्याण निवासी और एसी लोकल ट्रेन के नियमित यात्री महेश तांबे (४२) ने कहा कि रेलवे प्रशासन को अपने कर्मचारियों को ज्यादा सतर्कता और जिम्मेदारी से काम करने के लिए प्रशिक्षित करना चाहिए। ऐसी घटनाएं यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करती हैं। रेलवे की इस चूक ने एक बार फिर सेंट्रल रेलवे के कामकाज पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। यात्रियों का कहना है कि रेलवे को बेहतर ट्रेनिंग और निगरानी प्रणाली लागू करनी चाहिए ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

अन्य समाचार