सामना संवाददाता / पटना
पटना में रावण दहन के दौरान एक विवाद उत्पन्न हुआ है, जिसमें पटना हाई कोर्ट के वकील सुशील रंजन सिन्हा ने आरोप लगाया है कि प्रशासन ने धार्मिक परंपरा के निर्वहन में लापरवाही बरती। उन्होंने कहा कि इस लापरवाही से करोड़ों लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। यह घटना तब हुई जब रावण दहन कार्यक्रम के दौरान निमंत्रण पत्रों को फाड़कर जमीन पर फेंका गया, जिससे प्रभु श्रीराम और माता सीता की छवियों का अपमान हुआ। वकील सुशील रंजन सिन्हा ने सीएम नीतीश कुमार, पटना डीएम डॉ चंद्रशेखर और एसएसपी राजीव मिश्रा पर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस तरह की लापरवाही से धार्मिक आस्था को चोट पहुंची है और इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए।