अनिल मिश्र / पटना
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता तेजस्वी यादव इन दिनों कार्यकर्ता संवाद यात्रा पर हैं। बक्सर जिले में इस यात्रा के तहत कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद लौटने के क्रम में तेजस्वी यादव अचानक सरसों के खेत में उतर गए और किसानों का हालचाल जाना। बुधवार को बक्सर जिले से लौटने के दौरान आरा जिले के बिहियां में तेजस्वी यादव एक खेत में पैदल ही चले गए और फिर वहां काम कर रहे किसानों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना। इस दौरान तेजस्वी यादव ने एक खेत में खड़े होकर फेसबुक लाइव भी किया। जिस किसान से राजद नेता तेजस्वी यादव मिले उस किसान से तेजस्वी यादव ने यह भी पूछा कि असल मुद्दा का बा? इस दौरान किसान से बातचीत करते हुए तेजस्वी ने उनसे पूछा कि आपको क्या दिक्कत है? इसपर किसान ने जवाब दिया कि लाइन की दिक्कत है। तेजस्वी यादव ने कहा इस बिहार में डबल इंजन की सरकार ने पूरी तरीके से किसानों को बर्बाद करने का काम किया है। इस दौरान बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने बिहार सरकार और केंद्र सरकार को एक साथ घेरा। तेजस्वी ने कहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यात्रा पर हैं लेकिन किसी से संवाद नहीं करते। पीएम मोदी ने किसानों से वादा किया था कि साल २०२२ तक वो किसानों की आय को दोगुना कर देंगे। लेकिन २०२५ आ गया पर अब तक किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई है। किसानों ने एमएसपी को लेकर आंदोलन किया था। प्रधानमंत्री ने वादा किया था कि वो एमएसपी को लागू करेंगे लेकिन अब तक एमएसपी को लेकर पीएम ने कोई चर्चा नहीं की है।
शंभू बॉर्डर पर एक और किसान ने खाया जहर
शंभू बॉर्डर पर एक और किसान ने जहर खा लिया। जहर खाने से उसकी मौत हो गई। इससे पहले भी एक किसान की इसी तरह जहर खाने से मौत हो गई थी। शंभू बॉर्डर पर जहर खाने से मरने वाले किसानों की संख्या दो हो गई है। मरने वाले किसान का नाम रेशम सिंह है। रेशम ने शंभू मोर्चा में सल्फास खा लिया। इसके बाद उन्हें गंभीर हालत में राजपुरा के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, मगर वहां उन्होंने दम तोड़ दिया। रेशम सिंह जगतार सिंह के बेटे हैं। वह तरनतारन जिले के पाहू पिंड के रहने वाले थे।