सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य विधानसभा चुनाव के २३ नवंबर को आए नतीजों में महायुति (भाजपा-शिंदे और अजीत पवार गुट) को स्पष्ट बहुमत मिलने के बावजूद देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ५ दिसंबर को ली। उसके बावजूद अभी तक मंत्रिमंडल का गठन नहीं हुआ है। इस देरी को लेकर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष नेता और युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने महायुति सरकार पर तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा कि यह शर्म की बात है कि मंत्रिमंडल विस्तार के लिए सरकार इतना समय ले रही है।
आदित्य ठाकरे ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा कि चुनाव आयोग की मेहरबानी से स्पष्ट बहुमत मिला, फिर भी मुख्यमंत्री तय करने और सरकार बनाने में दो सप्ताह का समय लग गया। अब, मंत्री पदों के बंटवारे में भी ये लोग वक्त लगा रहे हैं। मंत्री पद को लेकर इन लोगों में झगड़ा होगा। सत्ता के लालच में भाजपा के नेता किसी भी हद तक जा सकते हैं।
महायुति सरकार में अभी तक मंत्रिमंडल का गठन न होने को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है। आदित्य ठाकरे की यह टिप्पणी बताती है कि विपक्ष इसे सरकार की असफलता के तौर पर जनता के बीच पेश करने की तैयारी में है।
आदित्य ठाकरे ने आगे कहा कि लोगों के काम रुके हुए हैं। जनता इंतजार कर सकती है, लेकिन पहले इन नेताओं की सत्ता की भूख मिटनी चाहिए। यह बेहद शर्मनाक है। आदित्य ठाकरे ने महायुति सरकार पर सत्ता की लालसा को प्राथमिकता देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मंत्री पदों के बंटवारे को लेकर महायुति के घटक दलों में विवाद होगा।