मंगलेश्वर त्रिपाठी / जौनपुर
यूपी की शासन व्यवस्था को लेकर विपक्ष आए दिन योगी सरकार पर निशाना साधता था, लेकिन मुख्यमंत्री योगी के कानों में जूं तक नहीं रेंगती थी। कमजोर लॉ एंड ऑर्डर की वजह से बदमाशों के हौसले बुलंद हैं, जिनकी चपेट में अब खुद सत्ताधारी ही आ रहे हैं। गुरुवार को जौनपुर में भाजपा जिला मंत्री प्रमोद यादव (५५) की गोली मारकर दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद से सरकार पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। जब भाजपा शासन में ही सत्ताधारी नेता नहीं सुरक्षित हैं तो आम लोगों की रक्षा वैâसे होगी?
क्या था मामला?
मिली जानकारी के अनुसार, जौनपुर जिले के बोधापुर गांव निवासी भाजपा के जिला मंत्री प्रमोद यादव को अज्ञात बदमाशों ने बृहस्पतिवार को सुबह उनके घर के बाहर ही गोली मार दी। दो बाइक सवार बदमाशों ने प्रमोद यादव को शादी का निमंत्रण कार्ड देने के बहाने रोक कर उनके ऊपर गोलियों की बौछार शुरू कर दी और घटनास्थल से कुछ दूर आगे बाइक छोड़ फरार हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बदमाशों ने ताबड़तोड़ प्रमोद के शरीर पर सात गोलियों दागीं और फरार हो गए। गोली लगने से घायल प्रमोद को तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
पुलिस जांच में जुटी
इस घटना से बोधापुर गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। घटना के बाद मौके पर मौजूद लोगों ने बदमाशों का पीछा भी किया, लेकिन बदमाश हवा में असलहा लहराते भागने में सफल रहे। घटना की सूचना थाना सिकरारा को मिलते ही थाना प्रभारी तत्काल मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। मौके पर बदमाशों की बाइक को कब्जे में लेकर पुलिस जांच में जुट गई है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बदमाश गोली मारने के बाद बदलापुर की ओर भागे थे। बदमाश पीले रंग के कपड़े पहने थे, ऐसा आसपास के ग्रामीण बता रहे हैं।
सुरक्षा व्यवस्था की खुली पोल
इस गोलीकांड की घटना ने एक बार फिर योगी सरकार की कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है। आम लोग एक ही बात कर रहे हैं कि योगी सरकार के राज में जब बड़े नेता ही सुरक्षित नहीं हैं तो आम लोगों का क्या होगा?