सामना संवाददाता / मुंबई
लोकसभा चुनाव में जनता ने भाजपा को अच्छा झटका दिया है। ४०० पार का नारा लगानेवाली भाजपा अपने दम पर बहुमत हासिल नहीं कर पाई है इसलिए उसने अब एनडीए में शामिल अन्य घटक दलों के समर्थन से सरकार बनाने का पैâसला किया है। हालांकि, भाजपा के पास जनादेश नहीं है इसलिए उन्हें सरकार नहीं बनानी चाहिए। इन शब्दों में कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भाजपा को खरी-खरी सुनाई है।
लोकसभा चुनाव के नतीजों में साफ दिख रहा है कि भाजपा को जनता ने नकार दिया है। इस पर तंज कसते हुए सचिन पायलट ने कहा कि नरेंद्र मोदी को सरकार बनाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि भाजपा को सरकार बनाने के बजाय आत्ममंथन करना चाहिए। उन्होंने ३५ साल पहले का किस्सा सुनाते हुए कहा कि साल १९८९ के लोकसभा चुनाव में राजीव गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने लगभग २०० सीटें जीतीं। इस दौरान उन्हें सरकार बनाने के लिए कहा गया। हालांकि, उन्होंने यह कहते हुए सरकार बनाने से इनकार कर दिया कि उन्हें जनादेश नहीं मिला है। उस वक्त दूसरी सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने के लिए कहा गया था। अब लोकसभा नतीजे भाजपा और एनडीए के खिलाफ हैं इसलिए उन्हें सरकार नहीं बनानी चाहिए। सचिन पायलट ने कहा कि केंद्र सरकार ने खासतौर पर विपक्ष पर ध्यान केंद्रित किया। भाजपा ने सीबीआई, ईडी जैसी सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग किया।