सामना संवाददाता / मुंबई
लोकसभा चुनाव की गहमागहमी शुरू हो गई है। चुनाव के दौरान आम जनता के लिए सबसे अहम पार्टियों का घोषणा पत्र होता है। इस घोषणापत्र और इसके वादों पर अक्सर मतदान होता है। इसलिए घोषणापत्र हर पार्टी के लिए महत्वपूर्ण है। इस बीच भाजपा ने घोषणा-पत्र समिति की घोषणा कर दी है। इसमें सबसे आश्चर्य की बात है यह कि इस समिति में देवेंद्र फडणवीस का नाम नहीं है। इससे उनके लिए यह एक तरह से झटका माना जा रहा है। ऐसे में राजनीतिक गलियारों में चर्चा चल रही है कि फडणवीस को इस समिति से आउट कर दिया गया है। हालांकि, इस समिति में प्रदेश के दो नेताओं के नाम शामिल किए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि भाजपा की घोषणापत्र समिति में फडणवीस को जगह नहीं दी गई है, लेकिन राज्य से दो नेता इस सूची में शामिल हैं। इस समिति में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और भाजपा महासचिव विनोद तावड़े को जगह मिली है। हालांकि, भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति में शामिल उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को इस सूची में जगह नहीं दी गई है। इसलिए राजनीतिक हल्कों में हैरानी जताई जा रही है। बताया गया है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के नेतृत्व में लोकसभा चुनाव के लिए घोषणापत्र तैयार किया जाएगा। इस काम के लिए २७ नेताओं की एक कमेटी बनाई गई है। दरअसल, इस समिति में फडणवीस को जगह क्यों नहीं मिली, यह राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय बना हुआ है।