संविधान पर चर्चा के दौरान मोदी सरकार की उड़ाईं धज्जियां
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कल शनिवार को संसद में सरकार को चुनौती देते हुए कहा, ‘५० फीसदी आरक्षण की दीवार को हम तोड़कर दिखाएंगे और जाति जनगणना हम कराकर रहेंगे, आपको जो करना है वह कर लेना।’ उन्होंने कहा, ‘हम इंडिया गठबंधन के लोग मिलकर संविधान की रक्षा करते हैं। देश में राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक समानता खत्म हो गई है।’ उन्होंने कहा, ‘जैसे द्रोणाचार्य जी ने एकलव्य का अंगूठा कटवाया था, वैसे ही आप (सरकार) हिंदुस्थान के युवाओं और सभी देशवासियों का अंगूठा काटते हो।’
सत्ता पक्ष पर हमला करते हुए उन्होंने कहा, ‘जब आप अडानी जी को धारावी देते हो तो आप वहां के उद्यमियों का अंगूठा काटते हो, आपने अग्निवीर स्कीम लागू कर युवाओं का अंगूठा काटा।’ कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने संविधान और उसमें निहित विचारधारा पर जोर देते हुए कहा कि जब हम संविधान खोलते हैं, तो उसमें हमें डॉ. भीमराव आंबेडकर, महात्मा गांधी और पंडित जवाहरलाल नेहरू की आवाजें और उनके विचार सुनाई देते हैं। उन्होंने कहा कि संविधान में हमारी विरासत की झलक है। राहुल गांधी ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान संविधान और लोकतंत्र की महत्ता पर अपनी बात रख रहे थे। उन्होंने कहा, ‘भारत का संविधान सिर्फ एक कानूनी दस्तावेज नहीं है, यह हमारे देश की आत्मा है। इसमें हर नागरिक के अधिकार, कर्तव्य और देश के प्रति जिम्मेदारी का विवरण दिया गया है। यह हमें समानता, स्वतंत्रता और भाईचारे की भावना सिखाता है।’
‘बैड एलिमेंट्स’ पर सदन में हंगामा
कल चर्चा के दौरान डीएमके सांसद ए. राजा ने एनडीए नेताओं को ‘बैड एलिमेंट्स’ कहा, इस पर लोकसभा में जबरदस्त बवाल हुआ। भाजपा नेताओं ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई और हंगामा किया। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सवाल उठाते हुए कहा कि वे हमें ‘बैड एलिमेंट्स’ वैâसे कह सकते हैं?’ भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने ए. राजा से उनकी टिप्पणी के लिए माफी मांगने की मांग की।