सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने अपने लोगों को न्यायपालिका में शामिल करके पाप किया है। बीजेपी के टिकट से लोकसभा का चुनाव लड़ने वाले वकील उज्ज्वल निकम को भाजपा की सरकार ने एक बार भी सरकारी अभियोजक के रूप में नियुक्त किया है। भाजपा सरकार एक राजनीतिक दल के कार्यकर्ता को सरकारी अभियोजक नियुक्त कर गलत कदम उठा रही है। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) के अध्यक्ष नाना पटोले ने मांग की है कि बीजेपी सरकार निकम को फिर से सरकारी वकील के रूप में नियुक्त करने के पैâसले पर पुनर्विचार करे।
उन्होंने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार छात्रों और युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। नीट परीक्षा में हुए घोटाले के मुद्दे को सरकार गंभीरता से नहीं ले रही है। सरकार का यह रवैया लाखों छात्रों के प्रति अनुचित है। केंद्रीय मंत्री ने पहले दावा किया था कि नीट परीक्षा के प्रश्नपत्र पहले लीक नहीं हुए थे लेकिन अब खुलासा हो रहा है कि पेपर गुजरात और बिहार में लीक हुए थे। इन दोनों राज्यों में बीजेपी की सरकार है।
पटोले ने कहा कि राज्य में पुलिस भर्ती के लिए शारीरिक परीक्षा आयोजित की जा रही है। बरसात के मौसम की शुरुआत में छात्रों का फिजिकल टेस्ट लेना अनुचित है। उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश में फर्जी बीज और खाद का बोलबाला है।