सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य में अभी भाजपा नेतृत्ववाली महायुति की सरकार बनी नहीं है और न ही संभावित मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शपथ ली है, लेकिन उनके करीबी और भारतीय जनता पार्टी के नेता मोहित कंबोज की गुंडागर्दी शुरू हो गई है। कंबोज ने एक शख्स को सोशल मीडिया पर खुलकर धमकी दी है, जिसके चलते भाजपा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। कंबोज ने सोशल मीडिया पर ‘गजाभाऊ’ नाम के अकाउंट को टैग कर सार्वजनिक रूप से धमकी दी। उन्होंने लिखा कि मेरा अगला लक्ष्य, गजाभाऊष्ठ तुम पृथ्वी पर जहां भी हो, तुम्हें उठा लूंगा! हर-हर महादेव! मोहित कंबोज की यह पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई और इसके बाद बड़ी संख्या में लोगों ने उनकी इस हरकत की निंदा की। विपक्षी नेताओं ने इसे भाजपा की ‘अहंकारी राजनीति’ का प्रतीक बताया।
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता और विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने कंबोज के बयान की कड़ी आलोचना करते हुए इसे भाजपा की बदलती कार्यशैली का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा, जो कभी सिद्धांतों की राजनीति करती थी, अब ‘इसे उठाओ, उसे उठाओ’ जैसी भाषा पर उतर आई है। महाराष्ट्र के मराठी लोगों के खिलाफ इस तरह की धमकियां अस्वीकार्य हैं। चिंता मत करो, गजाभाऊ। हम आपके साथ हैं।
विपक्षी दलों ने मांग की है कि भाजपा के ऐसे नेताओं और समर्थकों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। इस तरह के बयान और धमकियां न केवल भाजपा की छवि को नुकसान पहुंच रही हैं, बल्कि यह भी जाहिर हो रहा है कि राजनीतिक नेताओं की जिम्मेदारियों में किस तरह गिरावट आई है। यदि भाजपा इस मामले को गंभीरता से नहीं लेती है तो यह विपक्ष के लिए एक बड़ा मुद्दा बन सकता है।
सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने कहा कि महायुति सरकार बनने के बाद भाजपा नेताओं और उनके समर्थकों का अहंकार बढ़ गया है। उन्होंने सत्ता के दुरुपयोग और धमकी भरे रवैए की आलोचना की। इस घटना ने महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं।