-प्रभारी मंत्री के सामने पत्रकारों ने जमकर हंगामा काटा…प्रभारी मंत्री हाथ जोड़ कर मामला शांत कराए
मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ
बिहार सीमा से सटे पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के अस्पतालों में बिना बीमारी के ऑपरेशन किए जाने का गंभीर मामला उजागर हुआ। शुक्रवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में जब पत्रकारों ने इस मुद्दे को उठाया, तो तमकुहीराज के विधायक डॉ. असीम राय ने आरोपी अस्पताल का बचाव करते हुए पत्रकारों को स्टिंग वीडियो की जांच कराने की धमकी दे डाली। स्थिति तब और तनावपूर्ण हो गई, जब विधायक और पत्रकारों के बीच तीखी बहस शुरू हो गई। मामले को गंभीर होता देख प्रभारी मंत्री दिनेश प्रताप सिंह को हाथ जोड़कर शांत कराना पड़ा। उन्होंने सीएमओ कुशीनगर की कार्यशैली पर असहमति जताते हुए मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। बताते हैं कि इस मामले में जिले के सीएमओ सुरेश पटरियां ने भी कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। मामले पर टिप्पणी करने से बचते रहे। स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम ने मौके पर जाकर छानबीन की, लेकिन नोडल अधिकारी भी कुछ बोलने से कतराते नजर आए।
कुछ दिन पूर्व स्थानीय मीडिया ने कुशीनगर में स्वास्थ्य व्यवस्था में बड़े घोटाले का पर्दाफाश किया था। जांच में सामने आया कि यूपी-बिहार बॉर्डर पर स्थित अस्पतालों में बिना किसी बीमारी के ही मरीजों की सर्जरी की जा रही है। इस घोटाले में मुख्य रूप से आयुष्मान कार्ड धारकों को निशाना बनाया जा रहा है। टीम की एक महीने की जांच में पता चला कि छोटे हेल्थ सेंटर से लेकर बड़े अस्पतालों तक का एक व्यवस्थित नेटवर्क काम कर रहा है। दलालों का नेटवर्क बिहार के मरीजों को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्मस्थली गोरखपुर तक ले जाने में सक्रिय हैं। मीडिया ने बुधवार को हेल्थ सेंटर संचालक बनकर एक बड़े अस्पताल में स्टिंग ऑपरेशन किया था, जहां अस्पताल प्रबंधन ने न केवल फर्जी मेडिकल रिपोर्ट बनाने की बात स्वीकारी, बल्कि मरीज को सीधे ऑपरेशन थिएटर तक ले गए।