सामना संवाददाता / नई दिल्ली
भाजपा विधायकों में सत्ता का नशा सिर चढ़ कर बोल रहा है। आए दिन बीजेपी विधायक ऊटपटांग बयान दे रहे हैं। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के विधायक का आया है, जहां भाजपा विधायक श्याम प्रकाश ने कहा कि ईडी की धौंस दिखाकर अन्य दलों से लोगों को भाजपा में शामिल करना ठीक है। श्याम प्रकाश अक्सर विवादित बयान देकर चर्चा में रहते हैं। इस बार उन्होंने हद ही कर दी। विधायक ने कहा कि हर विधानसभा में एक ईडी इंस्पेक्टर होना चाहिए। आगे उन्होंने कहा कि उस ईडी इंस्पेक्टर की कमान विधायक के हाथों में दे देनी चाहिए, फिर देखते हैं कौन भाजपा में नहीं आता है।
बता दें कि होली मिलन समारोह में उन्होंने यह विवादित बयान दिया है। इस भाषण का कुछ अंश सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे लेकर विपक्ष भी आक्रामक हो गया है। कांग्रेस और सपा ने भाजपा पर हमला बोला है। दरअसल, विधायक जी एक किस्सा सुना रहे थे। इसी बीच उन्होंने कहा कि हम तो पार्टी से कहेंगे कि हर विधानसभा क्षेत्र में एक ईडी का इंस्पेक्टर नियुक्त कर देना चाहिए। फिर देखते हैं भाजपा में कौन नहीं आएगा। हम तो पार्टी से कहेंगे की एक इंस्पेक्टर नियुक्त करके उसकी चाबी विधायक को दे दो। ईडी को लेकर विधायक के सियासी बयान पर वार-पलटवार का सिलसिला भी शुरू हो गया है।
सपा और कांग्रेस ने किया हमला
हरदोई में समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता जितेंद्र वर्मा ‘जीतू’ ने कहा कि भाजपा विधायक का यह बयान सिद्ध करता है कि भारतीय जनता पार्टी का शीर्ष नेतृत्व ईडी का इस्तेमाल राजनीतिक फायदे के लिए कर रहा है और लोकतंत्र में विपक्ष की आवाज दबाई जा रही है। वहीं कांग्रेस नेता राजीव सिंह ने कहा कि ये बयान देकर यह सिद्ध कर दिया है कि भाजपा ईडी का गलत इस्तेमाल कर रही है। चुनावी सीजन में यह बयान विपक्ष के लिए भाजपा को घेरने वाला सिद्ध हो रहा है।
अमित शाह `गो बैक’!
औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के गुरारू में चुनावी सभा के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पहुंचते ही `भाजपा मुर्दाबाद’ और `अमित शाह मुर्दाबाद’ के नारे लगने लगे। हेलिकॉप्टर लैंड होते ही कुछ लोगों ने अमित शाह वापस जाओ। लालू यादव-तेजस्वी यादव जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
हेलिकॉप्टर लैंड होते ही कुछ लोगों ने `गुजराती वापस जाओ’ के नारे लगाना शुरू कर दिया। हालांकि, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने के कारण नारेबाजी करनेवाले लोग केंद्रीय गृह मंत्री के समीप नहीं पहुंच सकें। यह वीडियो वायरल होने के बाद एनडीए नेताओं में काफी आक्रोश है। इससे पहले यहां के स्थानिय लोगों ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का भी विरोध किया था।