सामना संवाददाता / मुंबई
भाजपा विधायाक सुरेश धस ने कल बीड़ के एसीपी से मुलाकात कर चौंकाने वाला दावा किया है। उन्होंने अपने दावे में कहा कि बीड के टेंभूर्णी गांव में एक व्यक्ति के नाम पर नौ अरब रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ है। धस ने सवाल पूछते हुए कहा कि आप ही बताएं कि यदि नौ अरब रुपयों का ट्रांजेक्शन एक ही व्यक्ति के नाम पर हुआ है तो उस पर किस एजेंसी को जांच करनी चाहिए। विधायक सुरेश धस ने कहा कि इतने बड़े मामले में दो अधिकारी काम कर रहे थे। मैं किसी का नाम नहीं बता रहा हूं। मैंने एसपी को नाम बता दिए हैं। एक व्यक्ति के नाम पर ९ अरब का ट्रांजेक्शन हुआ है। हालांकि, ऐसे कई लोग हैं। इसका मतलब है कि महादेव ऐप के जरिए बीड जिले में अरबों रुपयों का घोटाला हुआ है।
‘आका’ ने गरीबों की जमीन भी किया अपने नाम
-महादेव ऐप के जरिए बीड में हुआ घोटाला
भाजपा विधायक सुरेश धस ने आरोप लगाया कि अच्छे काम करने वाले अधिकारियों को हटाकर निष्क्रिय अधिकारियों को लाया गया है। आरोपियों को जमानत आदि देने का काम चल रहा है। साथ ही इस मामले का लिंक मलेशिया से भी है। इतने गंभीर अपराध में भी गलत तरीके से व्यवहार करने वाली पुलिस को रखा गया है। अन्य स्थानों का पुलिस बल भी निष्क्रिय दिखाया गया है।
सरकार के ध्यान में लाऊंगा
विधायक सुरेश धस ने कहा कि मैंने अपना लिखित पत्र दे दिया है। मुझे बीड जिले में पुलिस बल की सूची दें। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या बीड जिले में पुलिस की संख्या बिंदु नामावली के अनुसार सूची में है। यदि नहीं तो यह गलत है, यह अन्याय है और मैं इसे राज्य सरकार के ध्यान में लाऊंगा। मुख्यमंत्री उनके खिलाफ उचित कार्रवाई करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि बीड जिले का कोई भी मामला लीजिए, सभी के पीछे आका हैं।
विधायक सुरेश धस ने आगे कहा कि आका ने गरीबों की जमीन भी अपने नाम कर ली है। आप जाकर देख सकते हैं। शिरसाला में सभी गाले चरागाह वाले भूखंड पर बने है इसलिए अभी तक इसका उद्घाटन नहीं हो सका है। अगर किसी ने इसकी शिकायत कर दी तो सब ध्वस्त किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि शिरसाला गांव में लगभग १,४०० एकड़ भूमि में आका के बाल-बच्चे हैं। यहां ६०० ईंट भट्ठे हैं, जिनमें से ३०० ईंट भट्ठ अनधिकृत हैं, जो चरागाह की जमीन पर स्थित हैं। वहां देवी का मंदिर है। जाने के लिए कोई जगह नहीं बची। वहां बंजारा समाज की जमीन थी, वहां से उन्हें हटाकर शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बना लिया है।