मुख्यपृष्ठनए समाचारसुल्तानपुर-अमेठी में बीजेपी का जिलाध्यक्षी में 'ब्राह्मण' कार्ड!

सुल्तानपुर-अमेठी में बीजेपी का जिलाध्यक्षी में ‘ब्राह्मण’ कार्ड!

•कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अजय राय ने कसा तंज

विक्रम सिंह/सुल्तानपुर
अयोध्या परिक्षेत्र के वीआईपी अमेठी व सुल्तानपुर जिले में भाजपा ने जिलाध्यक्ष चयन में ‘ब्राह्मण कार्ड’ खेल दिया है। यूं तो प्रक्रिया की शुरुआत ‘लोकतांत्रिक’ सी हुई। लेकिन इस प्रक्रिया का समापन पूरे प्रदेश के लगभग सभी जिलों में हाईकमान के फैसले से हुआ। फिलहाल बैकवर्ड वोटों को एकजुट करने में जुटी भाजपा सवर्ण वोटों खासकर ब्राह्मण वोटरों के बिखरने को लेकर डरी सी दिखी। नतीजतन अमेठी में लगातार दूसरी बार और सुल्तानपुर में पिछड़े वर्ग के नेता की जगह ‘ब्राह्मण वर्ग’ के नेता की ताजपोशी कर दी है। सुल्तानपुर में पिछड़ा वर्ग से आने वाले डॉक्टर आरए वर्मा का लगातार दो कार्यकाल पूरा होने के बाद संगठन की चुनावी प्रक्रिया शुरू हुई। इसबार सुल्तानपुर में जिलाध्यक्ष बनने के इच्छुक ४० से ज्यादा भाजपाइयों ने गत जनवरी माह में लोकतांत्रिक प्रक्रिया अपनाते हुए अपने अपने पर्चे भरे। ..लेकिन उन्हें लंबा निर्वाचन अथवा चयन को लेकर लंबा इंतजार करना पड़ा।अंततः बाज़ी मारी काशी के क्षेत्रीय महामंत्री सुशील कुमार त्रिपाठी ने। उन्हें संगठन ने आखिरकार हाईकमान के इशारे पर सुल्तानपुर के जिलाध्यक्ष का दारोमदार ‘सर्वसम्मति’ बनाकर सौंप दिया है। बताया जाता है कि उनके इस चयन में जिले की सांसद रह चुकी पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी की भी खास भूमिका है। वहीं अमेठी में इस बार करारी शिकस्त खाकर सांसदी गंवा देने वाली पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के करीबी रहे जिला महासचिव सुधांशु शुक्ल को मौका दिया है। सियासत में ब्राह्मण प्रभुत्व वाली अमेठी में निवर्तमान जिलाध्यक्ष राम प्रसाद मिश्र की जगह पुनः मौजूदा राजनीतिक दशा-दिशा से इतर ब्राह्मण को जिलाध्यक्ष की कुर्सी देना भाजपा के ‘रक्षात्मक’ मोड का सूचक है। दूसरी ओर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अजय राय ने जिलाध्यक्ष की लिस्ट खरमास में घोषित करने को लेकर भाजपा पर सनातन विरोधी होने का न सिर्फ इल्ज़ाम लगाया है बल्कि दावा किया की इसका भाजपा परिणाम भी भुगतेगी।

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