सामना संवाददाता / मुंबई
भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का महिलाओं के प्रति रुख हमेशा से ही अनुचित रहा है। अब भाजपा की यात्रा मणिपुर से मुंबई तक महिला अत्याचारों को लेकर है। यह खुला सत्य है कि भाजपा हमेशा महिला उत्पीड़कों के पीछे खड़ी रहती है। भारतीय जनता पार्टी का नारा `बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ एक खोखला नारा है और महिलाओं के प्रति भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा क्या है, यह सभी जानते हैं। हाथरस हो या महिला खिलाड़ियों का मामला भाजपा उन लोगों के साथ खड़ी रही है़, जिन्होंने उन पर अत्याचार किया। यह बात उत्तर प्रदेश विधानमंडल कांग्रेस दल की नेता आराधना मोना मिश्रा ने कही। उन्होंने कहा कि प्रगतिशील महाराष्ट्र की महिलाएं भाजपा और शिंदे सरकार को सबक सिखाएंगी। राजीव गांधी भवन में आयोजित प्रेस कॉन्प्रâेंस को संबोधित करते हुए आराधना मिश्रा ने कहा कि मुंबई शहर में २०२२ में महिलाओं के खिलाफ ६,१७६ अपराध दर्ज किए गए थे। महिलाओं के लिए सुरक्षित मानी जाने वाली मुंबई में भी महिलाएं अब सुरक्षित नहीं हैं। महाराष्ट्र से ६७ हजार महिलाएं लापता हो गई हैं। कांग्रेस पार्टी ने लगातार महिला उत्पीड़न का मुद्दा उठाया है, लेकिन भाजपा सरकार कोई जवाब नहीं दे रही है। आराधना मोना मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बालासाहेब थोरोत की बेटी के बारे में संगमनेर में भाजपा के नेता ने बहुत ही निचले स्तर की भद्दी टिप्पणी की, लेकिन उनके खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय जयश्री थोरात और उनके सहयोगियों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं।