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बोइंग बर्बादी की ओर! …दो महीने की हड़ताल में ७.६ बिलियन डॉलर का लगा फटका

-कंपनी के शेयरों में ३० फीसदी की आई गिरावट
-२०२४ में कई विमान दुर्घटनाग्रस्त, साख पर लगा बट्टा
-कंपनी को अपने ७३७ मैक्स विमान वापस मंगाने पड़े थे

सामना संवाददाता / मुंबई
दुनिया की सबसे बड़ी विमान निर्माता कंपनी बोइंग के लिए यह साल काफी बर्बादी भरा रहा। साल के आखिरी दिनों में दक्षिण कोरिया में बोइंग का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें १७९ लोग मारे गए। इसी तरह साल की शुरुआत में भी बोइंग के ७३७ मैक्स विमान का दरवाजा हवा में ही उखड़ गया था। इस साल बोइंग कंपनी में करीब दो महीने लंबी हड़ताल भी चली, जिससे कंपनी को काफी ज्यादा आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ा। येल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के लेक्चरर गौतम मुकुंदा ने कहा कि बोइंग जैसी बड़ी कंपनी के लिए भी यह जानलेवा समस्या है। इसके साथ ही कंपनी में बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी की खबरें बताती हैं कि बोइंग कंपनी बर्बादी की ओर बढ़ रही है।
सीईओ ने दिया इस्तीफा
पांच वर्षों में बोइंग को २३ बिलियन डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ है। हादसों के कारण कंपनी को अपने ७३७ मैक्स विमान वापस मंगवाने पड़े थे। सुरक्षा समस्याओं के बढ़ने के कारण बोइंग के सीईओ डेविड वैâलहॉन ने अगस्त में इस्तीफा दे दिया था।
कंपनी के शेयर गिरे
इस साल कंपनी के शेयर की कीमत में ३० फीसदी से अधिक की कमी आई है। सुरक्षा के लिए कंपनी की प्रतिष्ठा विशेष रूप से ७३७ मैक्स दुर्घटनाओं से धूमिल हुई थी। साल २०१८-१९ में पांच महीने से भी कम समय के अंतराल में इंडोनेशिया के तट पर और इथोपिया में ये हादसे हुए थे, जिसमें कुल ३४६ लोग मारे गए थे।

हादसों भरा २०२४
साल २०२४ पहले ही बोइंग विमान कंपनी के लिए काफी खराब रहा है। विभिन्न देशों में चल रहे इसके विमान कई बार हादसे का शिकार हुए। जनवरी २०२४ में उड़ान के दौरान बोइंग ७३७ मैक्स के दरवाजे का प्लग उखड़ गया था, जिससे विमान के बारे में और सवाल उठे। मई में सिंगापुर एयरलाइंस का बोइंग ७७७ में ट्रबुलेंस के कारण एक यात्री की मौत हो गई जबकि ३० घायल हो गए थे।

बड़ा आर्थिक झटका
कंपनी में १४ सितंबर, २०२४ से हड़ताल शुरू हो गई थी। यह हड़ताल करीब दो महीने तक चली। इस दौरान कंपनी के ३३,००० कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया। हड़ताल के कारण कंपनी के उत्पादन में भारी नुकसान हुआ था। हड़ताल से कंपनी को करीब ७.६ बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था। इसमें बोइंग को कम से कम ४.३५ बिलियन डॉलर और उसके आपूर्तिकर्ताओं को करीब २ बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था। हड़ताल से कंपनी के अलावा, विमानन क्षेत्र और अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर भी वित्तीय बोझ पड़ा था।

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