– हिंदुस्थान के पास अभी पर्याप्त ४-५ जनरेशन फाइटर भी नहीं
– हमारा एएमसीए प्रोग्राम कागजों पर, तेजस के इंजिन विदेशों से
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
चीन के छठी पीढ़ी के लड़ाकू विमान की पहली उड़ान की फुटेज और तस्वीरें पूरी दुनिया में वायरल हो रही हैं। अब चीन की आधिकारिक सैन्य मीडिया ने मौन रूप से अटकलों की पुष्टि की है। चीनी सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो के अनुसार, त्रिकोणीय टेललेस डिजाइन वाला एक रहस्यमय विमान दिन के उजाले में दक्षिण पश्चिम सिचुआन प्रांत के चेंग्दू के ऊपर उड़ता हुआ देखा गया, जिसके दोनों ओर दो पांचवीं पीढ़ी के जे-२० लड़ाकू विमान उड़ान भर रहे थे। चीन जहां छठी पीढ़ी का विमान उड़ा रहा है, वहीं भारत अब भी तेजस पर अटका पड़ा है और इसका पांचवीं पीढ़ी के विमान वाला एएमसीए प्रोग्राम अब भी कागजों पर ही है।
चीन में सोशल मीडिया नेटवर्क्स पर अगली पीढ़ी के लड़ाकू विमान की पहली फ्लाइट का वीडियो खूब शेयर हो रहा है। जाहिर है, चीन ने इस टॉप सीक्रेट प्रोजेक्ट के बारे में दुनिया को ज्यादा कुछ नहीं बताया है, लेकिन माना जा रहा है कि यह फाइटर जेट अत्याधुनिक तकनीकों से लैस है। चीन के एविएशन इंडस्ट्री कॉर्पोरेशन ने अभी तक नए लड़ाकू विमान को कोई ऑफिशियल नाम नहीं दिया है। हालांकि, मिलिट्री सर्किल्स में इस जेट को बैदी या व्हाइट इम्परर कहा जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, नए जेट में एडवांस्ड स्टील्थ क्षमताएं होंगी। यानी यह दुश्मन के रडार की नजर से बचते हुए अपना काम कर जाएगा।
ड्रैगन के खिलाफ भारत की क्या हैं तैयारियां
भारत निर्विवाद रूप से सैन्य शक्ति के मामले में चीन से काफी पीछे है। इसका सबसे बड़ा कारण रक्षा खर्च में अंतर है। चीन का रक्षा बजट ४७१ बिलियन डॉलर है, वहीं भारत का रक्षा बजट ७५ बिलियन डॉलर है। इस कारण चीन रिसर्च एंड डेवलपमेंट के साथ हथियारों के निर्माण पर ज्यादा खर्च कर पाता है। वहीं, भारत अपने कम रक्षा बजट के बावजूद चीन को टक्कर देने लायक हथियारों का निर्माण कर रहा है।
एआई तकनीक से लैस
इस एयरक्राफ्ट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) को भी इंटीग्रेट किए जाने की खबर भी है। इससे जेट को बड़े पैमाने पर डेटा प्रोसेसिंग के साथ-साथ जल्द पैâसले लेने में मदद मिलेगी। यह जेट शायद अनमैन्ड एरियल वेहिकल्स यानी ड्रोंस से कोऑर्डिनेट करने में माहिर है। चीन का छठी पीढ़ी का लड़ाकू विमान अपने साथ हाइपरसोनिक हथियार ले जाने में सक्षम है। लंबी दूरी और तेज रफ्तार वाले ये हथियार नए जेट के साथ चीन की मारक क्षमता में इजाफा करेंगे। यह भी माना जा रहा है कि जेट में अनोखे रडार सिस्टम लगे होंगे जो इसे दुश्मन के हर मूवमेंट की खबर देते रहेंगे। कुछ एक्सपर्ट्स के अनुसार, यह जेट डायरेक्टेड एनर्जी वेपन जैसे लेजर वगैरह से भी लैस हो सकता है।
छठी पीढ़ी फाइटर जेट की खूबियां
– रडार की पकड़ में नहीं आना
– बिना पायलट के भी घातक बमबारी करना
– एआई तकनीक से लैस होना
– सुपर स्पीड और सुपर फीचर का होना