सामना संवाददाता / मुंबई
सांताक्रुज पूर्व स्थित होटल ग्रैंड हयात के खिलाफ तत्कालीन नगरसेवक ब्रायन मिरांडा ने अपना विरोध प्रदर्शन किया था ताकि गार्डन के लिए आरक्षित भूमि को सौंपा जा सके और स्थानीय जनता इसका लाभ उठा सके। एक लंबी लड़ाई के बाद गार्डन की आरक्षित भूमि मिलने पर वहां बने गार्डन का उद्धाटन सांसद वर्षा गायकवाड के हाथों संपन्न हुआ। इस अवसर पर बड़ी भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य, मुंबई कांग्रेस के महासचिव व तत्कालीन नगरसेवक ब्रायन मिरांडा ने २०१३ के दौरान होटल ग्रैंड हयात से गार्डन के लिए आरक्षित भूमि के लिए एक लंबी लड़ाई लड़ी। लोकायुक्त के समक्ष एक बड़े संघर्ष और कानूनी लड़ाई के बाद २०१७ में भूमि को सौंपने का पैâसला सुनाया गया। इसी जगह पर बोना मिरांडा गार्डन बनकर तैयार हुआ। इसके साथ ही स्थानीय लोगों को पहला गार्डन देने का वादा ब्रायन मिरांडा ने पूरा किया। सांताक्रुज पूर्व वकोला पाइप लाइन रोड ग्रैंड हयात होटल के पीछे नवनिर्मित बोना मिरांडा गार्डन का उद्घाटन सांसद प्रो. वर्षा गायकवाड के हाथों संपन्न होने के साथ इसे आम जनता को सौंप दिया गया। इस दौरान नगरसेविका एड. तुलिप मिरांडा और मुंबई हाई कोर्ट के रिटायर्ड न्यायाधीश एलॉयशियस अगियार समेत अन्य लोग उपस्थित थे।