सामना संवाददाता / मुंबई
‘शिवसेना को तोड़ना महाराष्ट्र और मराठी लोगों के खिलाफ एक साजिश है। महाराष्ट्र पर मुगल हमले के बाद यह मोदी शाह का महाराष्ट्र पर सबसे बड़ा हमला है’, ऐसे शब्दों में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने मोदी-शाह सहित घाती गुट पर हमला बोला। कल संजय राऊत ने पत्रकार परिषद में मोदी-शाह पर निशाना साधा। गुरुवार को शिवसेना की ५८वीं वर्षगांठ है। पत्रकारों ने जब संजय राऊत से घाती गुट द्वारा मनाए रहे जा वर्धापन दिवस के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि ‘हिंदूहृदयसम्राट शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे के विचारों से बेईमानी करने वाला शिंदे गुट जयंती नहीं मना सकता।’ ‘आज शिवसेना की ५८वीं वर्षगांठ है। हिंदूहृदयसम्राट, शिवसेनाप्रमुख माननीय बालासाहेब ठाकरे ने महाराष्ट्र और मराठी लोगों की रक्षा के लिए शिवसेना की स्थापना की थी। अब उस शिवसेना का नेतृत्व उद्धव ठाकरे कर रहे हैं। घातियों का शिवसेना से क्या है रिश्ता? हिंदूहृदयसम्राट की विचारधारा से बेईमानी कर महाराष्ट्र के दुश्मनों से हाथ मिलाने वाला घाती गुट वर्धापन दिवस नहीं मना सकता। जहां ठाकरे हैं वहां शिवसेना है।’ कल हमारा एक बड़ा कार्यक्रम है। देशभर से लोग आएंगे। गुरुवार के दिन शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे मार्गदर्शन करेंगे जिस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं, ऐसा भी संजय राऊत ने कहा।
शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब की विचारधारा को शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे आगे बढ़ा रहे हैं। जो लोग कहते हैं कि हमारी शिवसेना असली है उन्हें आईने में देखना चाहिए कि जब शिवसेना बनी थी तब वे कहां थे। तब वे बिस्तर में कहीं रेंग रहे थे। पैसे से वोट खरीदना, वायकर की तरह जीत चुरा लेना, जनाधार नहीं कहलाता। महाराष्ट्र के विरोधी मोदी-शाह के चरणों में अपना गुट रख देना जनाधार नहीं कहलाता। यदि ‘भेड़िये बाघ की खाल पहन लें तो वे बाघ नहीं बन जाते। जहां ठाकरे हैं वहां शिवसेना है।’ यह महाराष्ट्र के खिलाफ साजिश है। ‘शिवसेना को तोड़ना मुगलों के बाद महाराष्ट्र पर मोदी-शाह का सबसे बड़ा हमला है’ ऐसा भी संजय राऊत ने कहा।
लोकसभा नहीं जाएंगे रवींद्र वायकर
उत्तर पश्चिम मुंबई सीट पर मतगणना केंद्र पर नतीजों में हेराफेरी के कई सबूत सामने आए हैं। शिवसेना इसके खिलाफ कोर्ट जाएगी। ‘रवींद्र वायकर लोकसभा में नहीं जाएंगे’ ऐसा विश्वास भी संजय राऊत ने व्यक्त किया। ‘रवींद्र वायकर शिवसेना में थे। स्थायी अध्यक्ष बने, विधायक बने। उद्धव ठाकरे के बहुत करीबी माने जाते थे लेकिन बाद में ईडी-सीबीआई के डर से वह कायर बनकर भाग गए और घाती गुट में शामिल हो गए। अब कायर हमें क्या ज्ञान दे रहे हैं। आप ईडी के मामले के बारे में बात करते हैं। जल्द ही इस मामले में सच्चाई सामने आ जाएगी’ हमने सिस्टम पर आरोप लगाया है कि १९वें राउंड के बाद बहुत बड़ी धोखाधड़ी हुई है और हम इसके खिलाफ कोर्ट जाएंगे, ऐसा भी संजय राऊत ने कहा।