जनता पूछ रही है सरकार से सवाल
सामना संवाददाता / लखनऊ
बुलडोजर बाबा के ग्रेटर नोएडा में भूमाफियाओं का आतंक बढ़ता जा रहा है। आलम यह है कि यहां होंडा सीएल कंपनी के सामने प्राधिकरण की ग्रीन बेल्ट की जमीन पर करीब २०० बीघे पर अवैध रूप से कॉलोनी और विला बनाए जा रहे हैं। भूमाफिया अपनी दबंगई से इस क्षेत्र में बाजारों का निर्माण करवा रहे हैं, जबकि जिम्मेदार अधिकारी अनजान बने हुए हैं। जिन कॉलोनियों और बाजारों का निर्माण भूमाफियाओं ने किया है, अब उन्हें ४० लाख से एक करोड़ रुपए में बेचा जा रहा है। स्थानीय लोगों ने इस समस्या के खिलाफ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों के पास कई बार शिकायतें की हैं, लेकिन उनका आरोप है कि प्राधिकरण ने इन शिकायतों को अनसुना कर दिया है। ऐसा लगता है कि अधिकारियों को मलाई मिल रही है और उन्हें जनता की चिंता नहीं है।
सीएम योगी के पास पहुंचा मामला
ग्रेटर नोएडा उद्यान समिति के अध्यक्ष अमित सिंह खारे ने इस मुद्दे को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष रखा है और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी को इस मामले से अवगत कराया है। हालांकि, प्रशासन की तरफ से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। अमित सिंह ने कहा, ‘यदि यही स्थिति बनी रही, तो ग्रेटर नोएडा का कासना गांव शहबेरी की तरह अवैध कॉलोनियों से भर जाएगा।’
बिजली कनेक्शन भी आवंटित
चौंकाने वाली बात यह है कि अवैध कॉलोनियों को बिजली कनेक्शन के लिए डिवीजन आठ के अधिकारियों ने एनओसी भी जारी कर दी है। अमित सिंह ने कई बार इस पर शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पूर्व में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण ने इस मामले की जांच के लिए विशेष कार्य अधिकारी सुनील सिंह को नियुक्त किया था, जिन्होंने कॉलोनियों को अवैध घोषित किया, लेकिन उनकी रिपोर्ट अभी तक कागजों में दबी हुई है और कार्रवाई नहीं हो रही है। ऐसे में स्थानीय लोगों ने बुलडोजर सरकार के आगे गुहार लगाते हुए इलाके में बढ़ रही अवैध कॉलोनियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने की मांग की है।
भूमाफियाओं का बढ़ता दबदबा
लोगों का कहना है कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार अवैध संपत्ति को जब्त करने का दावा करती है, लेकिन ग्रेटर नोएडा में भूमाफियाओं का दबदबा इतना बढ़ गया है कि वे बेखौफ होकर अवैध विला और कॉलोनियां बना रहे हैं, जबकि जिम्मेदार अधिकारी किसी भी कार्रवाई से बचते नजर आ रहे हैं।