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वर्ल्डकप विजेताओं के लिए गुजरात की बस लाकर वास्तव में क्या दिखाना चाहते हैं? -संजय राऊत का सवाल

सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन को इस पर सवाल उठाना चाहिए। आपके क्रिकेट संघ के नाम के आगे मुंबई है और मुंबई महाराष्ट्र से संबंधित है इसलिए उनको ये दर्द होना ही चाहिए। मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन की कार्यकारिणी को आपत्ति जतानी चाहिए थी। जहां तक ​​मैं जानता हूं रोहित शर्मा मुंबई के खिलाड़ी हैं। कई खिलाड़ी मुंबई से हैं। मुंबई इंडियंस के हैख् लेकिन उनके स्वागत के लिए आपको गुजरात से बस लानी पड़ती है। ऐसे में आप क्या दिखाना चाहते हैं? इस तरह का ज्वलंत सवाल शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने पूछा है।
‘टीम इंडिया’ के वर्ल्डकप जीतले के बाद मुंबई में हुई विक्ट्री परेड में गुजरात की बस का इस्तेमाल किया गया। इस मुद्दे पर सांसद संजय राऊत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर जोरदार प्रहार किया। सांसद संजय राऊत ने ‘टीम इंडिया’ की विजय परेड के लिए गुजरात से बस लाकर महाराष्ट्र को कमजोर दिखाने की कोशिश करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि मुंबई में भी बसें हैं, लेकिन पीएम ये दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि सब कुछ गुजरात ही है। महाराष्ट्र एक बड़ा औद्योगिक राज्य है और मुंबई में क्या नहीं है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि हमसे ही तो आपने सबकुछ सीखा है। उन्होंने कहा कि पहले जब भी ऐसे उत्सव आयोजित हुए तब मुंबई ने उनका पुरजोर समर्थन किया। बेस्ट के बेड़े में इस प्रकार की बसें हैं। यदि नहीं होती तो एक ही रात में बन गई होती। इतनी मुंबई की क्षमता है, लेकिन खासकर गुजरात से एक विशेष बस भेजी गई। क्या इसका मतलब यह है कि गुजरात है तो देश है? इस तरह का तीखा सवाल भी संजय राऊत ने पूछा। उन्होंने कहा कि जिस राज्य से आप लोकसभा जीतकर आए, उस राज्य में सबसे बड़ी घटना घटी, वहां आप नहीं जा सकते हैं। मणिपुर में नहीं जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि जहां जीत दिखाई देती है, वहां मोदी जाते हैं। दुख वाले स्थानों पर वे नहीं जाते हैं। ऐसे हमारे प्रधानमंत्री हैं। उन्हें झेलना ही पड़ेगा।
इसीलिए मुंबई में भाजपा की करारी हार
संजय राऊत ने कहा कि वाराणसी में मोदी की हार नहीं, बल्कि मामूली जीत मिली। वाराणसी में सभी ठेकेदारी गुजरातियों के हाथ में है। वाराणसी की जनता ने उसी उन्माद में मोदी को हराने की कोशिश की, लेकिन मोदी बाल-बाल बच गए। मुंबई में भी भाजपा की करारी हार इसी वजह से हुई है। मुंबई देश की आर्थिक राजधानी है। मुंबई में सब कुछ है। मुंबई से लूटपाट कर गुजरात ले जाया जा रहा है, इसलिए एक बस आई ठीक है, लेकिन इसके पीछे ओछी मानसिकता दिखाई दे रही है।
जब सरकार बदलेगी तो सब याद रखेंगे
संजय राऊत ने ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल कर देश में चल रहे दबाव तंत्र पर भी कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि मोदी-शाह के दबाव में ईडी और सीबीआई ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया। हाई कोर्ट ने कहा कि सोरेन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप नहीं लगाया जा सकता। फिर आपने एक मुख्यमंत्री को वैâसे गिरफ्तार किया? इस पर सवाल उठाते हुए संजय राऊत ने ईडी और सीबीआई निदेशकों के खिलाफ कानूनी मामला दर्ज करने की मांग की। कोर्ट का कहना है कि संजय सिंह के खिलाफ कोई मामला नहीं है। संजय राऊत के खिलाफ कोई मनी लॉन्ड्रिंग का मामला नहीं है और आप हमें गिरफ्तार करते हैं। राजनीतिक दबाव डालकर हमें धमकाते हैं। संजय राऊत ने यह भी चेतावनी दी कि जब यह सरकार बदलेगी तो यह सब ध्यान में रखा जाएगा।

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