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नमस्ते सामना

नवरात्रि

नवरात्रि की रात्रि पवित्र होती है हर जुबां पे माता जी का गीत होता है जय माता दी...जय माता दी... जय माता रानी आई इनके चरण पखारो अपनी...

मेरा राजस्थान

मेरी मातृभूमि, मेरा राजस्थान, शौर्य, भक्ति, बलिदान की पहचान। वीरों की गाथाएं गूंजे हवाओं में, स्वामिभक्ति के दीप जले दिशाओं में। महाराणा प्रताप की प्रतिज्ञा अमर, हल्दीघाटी रणभूमि, चेतक...

मां

आज मन को मां की ममता ने पुनः झकझोरा है। दिवंगत मां को देख नहीं सकती, उसके अहसास को महसूस करने वृद्धाश्रम चली आई। सोचा मां नहीं रहीं तो...

गजल : ज़िंदगी बस तेरे चक्कर और मैं

ज़िंदगी बस तेरे चक्कर और मैं रात दिन फाइल या दफ़्तर और मैं रात भर काटा नहीं सोने दिया हाय कैसा है ये मच्छर और मैं ज़िंदगी तेरी...

मुखौटों में चरित्र

दुनिया के चित्रपट के इस दर्पण में, निकल रहा वह कलाकार अपनी अदा अपने किरदार में, मुखौटों में चरित्र हर इंसान निभा रहा…। कभी आँसू बहा रहा, कभी खुशियों...

पथिक

अवसाद की बर्फ अचेतन मन पर इस तरह बिछ जाती है,कि अकेले पन की पीड़ा की अग्नि सम्पूर्ण जीवन इसे न पिघला पाती इंद्रधनुषी सपने झूला झुलाते वास्तविकता का...

मेरे शहर का सफर

तरुवर पर बैठा पंछी कोई मल्हार गा रहा है हरे-भरे वृर्क्षो की छाओं में बैठे हैं पड़ोसी के बग़ीचे से चुपके से अंगूर तोड़ रहे हैं बग़ल वाले...

नजर दौड़ाना सीखो।

जरा नजर दौड़ाना सीखो। अपनी अकल लगाना सीखो।। नर्क यहां जो फैल गया है। जल्दी उसे हटाना सीखो।। कम से कम अपने लोगों में। सत्य वचन बतियाना सीखो।। राह कठिन...

सीता मुख वनवासी गाथा

राम घर आए सिया संग लाए अवध में छाई खुशियां घर-घर बजें बधाए संग हनु आए महक उठी सारी बगियां चमर समीर डुलाए कोयलिया गाए चहक...

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ कृपाशंकर ने दी देवेंद्र प्रधान को श्रद्धांजलि

सामना संवाददाता / भुवनेश्वर महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री तथा जौनपुर लोकसभा के पूर्व प्रत्याशी कृपाशंकर सिंह ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ केंद्रीय शिक्षा...

बदलापुर में अखंड राजपूताना सेवा संघ ने जलाया सपा सांसद का पुतला

सामना संवाददाता / जौनपुर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सदस्य सांसद रामजीलाल सुमन द्वारा संसद में वीर शिरोमणि महाराणा सांगा के संबंध में दिए...

पर्दा

कुछ दृश्य कुछ अदृश्य भी मंच का लटका पर्दा गिरता है उठता है तालियों, सीटियों के साथ। एक पर्दा घूंघट का अब लगभग पुराना हो गया कमरे, घरों के हों...

ड्रम प्लास्टिक का

नींद उड़ गई है जब से लाई वो घर में ड्रम प्लास्टिक का मैं खाता नहीं! फिर क्यूं ले आए वो चिकन-चाकू, औ ड्रम प्लास्टिक का पुरानी हो...

विश्व रंग मंच दिवस पर विशेष : जीवन एक रंग मंच

जीवन एक रंग मंच, हम सभी उसी के किरदार! हम सब उसकी कठपुतली, नहीं चलती यहां किसी की! इंसान बड़ा नहीं होता, हम हैं उसके किरदार! वो जेसे नाच नचाता, जेसे...

गजल

बेसबब हमसे रूठने वाले बैठ कर आग सेंकने वाले। करते उम्मीद लौट आने की, रास्ता यार देखने वाले। बेवफाई भरी है नस-नस में, दिल को हर बार तोड़ने वाले। अपनी...
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