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बदनामी के डर से किडनैपिंग का केस दर्ज नहीं कराती हस्तियां! …यूपी में अपहरणकर्ताओं का फैला है आतंक

सामना संवाददाता / मुंबई
उत्तर प्रदेश जानेवाले कई फिल्मी हस्तियों को वहां किडनैप करके लूट लिया गया। उनसे फिरौती वसूलने के बाद ही उन्हें मुंबई वापस आने दिया गया। इनमें से सुनील पाल और मुश्ताक खान ने ही केस दर्ज कराया है। बाकी की कई फिल्मी हस्तियां बदनामी के डर से केस दर्ज नहीं कराती हैं।
उत्तर प्रदेश के बदमाशों ने गत २० नवंबर को सिने अभिनेता मुश्ताक खान को इवेंट के नाम पर बिजनौर बुलाया और वहां उनका अपहरण कर लिया। बाद में अपहरणकर्ताओं ने मुश्ताक खान को बिजनौर के चाहशीरी स्थित एक छोटे से मकान में वैâद कर दिया था। इतना ही नहीं, बदमाशों ने मुश्ताक खान की खूब पिटाई की और टॉर्चर किया। बदमाशों ने उनके मोबाइल फोन के माध्यम से ऑनलाइन पेमेंट करवाया और डेबिट कार्ड से २५ हजार रुपए नकद निकाले। अपहरणकर्ताओं ने मुश्ताक खान से कुल २.२० लाख रुपए की वसूली की। आरोपी जब शराब के नशे में चूर हो गए, तब मुश्ताक खान को भागने का मौका मिला और किसी तरह अपनी जान बचाकर वे मुबई पहुंचे। इसी तरह उत्तर प्रदेश के बदमाशों ने कॉमेडियन सुनील पाल को भी २ दिसंबर को इवेंट के लिए बलाया था। बदमाशों ने सुनील पाल को पहले दिल्ली बुलाया और हरिद्वार ले जाते समय बिजनौर में अगवा कर लिया था। आठ लाख की फिरौती वसूलने के बाद सुनील पाल को छोड़ा गया। इसके अलावा बदमाशों ने शक्ति कपूर और राजेश पुरी को भी निशाना बनाने की योजना बनाई थी, लेकिन इनकी टोकन मनी ५ से ६ लाख होने की वजह से बदमाशों ने अपनी प्लानिंग रद्द कर दी थी। सिने कलाकार सूरज थापर का भी अपहरण कर लाखों रुपए वसूले गए थे, लेकिन सूरज थापर ने अपने साथ हुई घटना के बारे में स्टेशन में शिकायत दर्ज नहीं करवाई।

साइबर अपराध में अव्वल
अपहरण, हत्या और फिरौती के अलावा उत्तर प्रदेश में साइबर अपराधी आम से लेकर खास लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, २०२२ से २०२४ तक उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा साइबर क्राइम हुए हैं। यूपी में दो सालों के अंदर २ लाख लोगों के साथ साइबर फ्राॅड हुआ है। साइबर ठगों ने इस दौरान यूपी में ७२१.१ करोड़ रुपए की ठगी की है।

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