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केंद्र सरकार ने किया नौ लाख छात्रों का नुकसान! … मोदी सरकार की धांधलेबाजी पर भड़के आदित्य ठाकरे

सामना संवाददाता / मुंबई

नीट परीक्षा में अनियमितता से पहले ही छात्रों को बड़ी क्षति पहुंची है। अब नेट परीक्षा देनेवालों को भी जबरदस्त झटका लगा है। देश में १८ जून को हुई यूजीसी-नेट २०२४ परीक्षा केंद्र सरकार ने रद्द कर दिया है। इसका सीधा असर नौ लाख छात्रों पड़ा है। इस पर अब शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने केंद्र सरकार की धांधलेबाजी की जमकर आलोचना की है। उन्होंने यूजीसी नेट परीक्षा रद्द किए जाने को लेकर कल सोशल नेटवर्किंग साइट `एक्स’ पर अपनी राय व्यक्त की है। इसमें उन्होंने परीक्षाओं में चल रही गड़बड़ियों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए नाराजगी भरे शब्दों में कहा है कि `परीक्षा पर चर्चा’ करनेवालों के कारण आज देश में नौ लाख छात्रों का नुकसान हुआ है।
बता दें कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने धांधली का संदेह होने पर कल १८ जून को आयोजित नेट-यूजीसी परीक्षा को तुरंत रद्द कर दिया। नीट के दौरान हुई गड़बड़ी दोबारा न हो, इसके लिए केंद्र सरकार ने लीपापोती शुरू कर दी है। लेकिन सरकार ने परीक्षा देनेवाले छात्रों का ही नुकसान किया है। आदित्य ठाकरे ने कहा कि इस परीक्षा के लिए नौ लाख छात्रों की मेहनत और खर्च बर्बाद हो गया। इसमें मन दुखी हुआ, सो अलग। पीएम मोदी पर अप्रत्यक्ष रूप से हमला करते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि परीक्षा पर चर्चा करनेवाले बिना गड़बड़ी के देशभर में कोई भी परीक्षा नहीं करा सकते हैं और इससे बड़ा विरोधाभास क्या हो सकता है?

दिखावा बंद करे सरकार
आदित्य ठाकरे ने कहा कि युवाओं की समस्याओं को भुनानेवाली इस सरकार को दिखावा बंद कर मूल समस्याओं को सुलझाने पर जोर देना चाहिए। युवाओं के भविष्य से खेलना बंद करना चाहिए। आदित्य ठाकरे ने सवाल किया है कि अब क्या इस परीक्षा के रद्द होने पर इसमें शामिल युवाओं से परीक्षा पर चर्चा करेंगे?

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