सामना संवाददाता / शहाड
शहाड स्थित ग्रासिम इंडस्ट्री लिमिटेड कंपनी की सेंचुरी रेयॉन यूनिट, जो धागा बनाती है। उस कंपनी में चल रही कामगार युनियन के खजांची के द्वारा वर्तमान सेंचुरी रेयॉन वर्कर्स युनियन पर आर्थिक भष्ट्राचार का आरोप लगाया है। उसके साथ ही तीन वर्ष में चुनाव कराने के लिए मुंबई उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद चुनाव की घोषणा न करने के कारण इच्छुक लोगों ने नाराजगी जताई है। जल्द चुनाव न करने पर श्रमिक समर्थक मोहन खंडारे ने लेबर आयुक्त के कार्यालय के सामने आंदोलन की चेतावनी दी है।
सेंचुरी कंपनी की युनियन के एक पदाधिकारी ने आरोप लगाया है कि 2022 के युनियन चुनाव जीतने वाली युनियन ने बड़े पैमाने पर आर्थिक भ्रष्टाचार किया है, जिसकी लिखित शिकायत जे.पी.पांडेय, जो युनियन के खजांची हैं। उन्होंने उल्हासनगर पुलिस स्टेशन से की है। पुलिस ने उक्त प्रकरण को ठाणे के श्रम आयुक्त कार्यालय में भेजा है, जिसकी जांच चल रही है। इतना ही नहीं श्रमिक समर्थक मोहन खंडारे ने आरोप लगाया है कि भ्रष्ट यूनियन इस मुद्दे को दबाने के लिए श्रमिक युनियन चुनाव को रोकने में बाधाएं उत्पन्न कर रही है। इस संबंध में सेंचुरी रेयॉन वर्कर्स युनियन ने चुनाव कराने के लिए बॉम्बे हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। सेंचुरी रेयॉन वर्कर्स युनियन ने बताया है कि 21/2/2025 को बॉम्बे हाई कोर्ट ने भी श्रम आयुक्त, ठाणे को सेंचुरी रेयॉन कंपनी के श्रमिक संघ के चुनाव कराने का आदेश दिया है।
यूनियन पदाधिकारियों ने मांग की है कि सेंचुरी रेयॉन कंपनी के श्रमिक युनियन चुनाव अति शीघ्र कराए जाएं। ये चुनाव पारदर्शी तरीके से बैलेट पेपर पर कराए जाएं। उसी दिन मतों की गिनती और परिणाम घोषित किए जाएं, अन्यथा आंदोलन किया जाएगा। श्रमिकों का करीबन एक करोड़ रुपए हड़पने का घिनौना काम किया गया है। कामगारों के मेहनत का पैसा युनियन के खाते में जमा न करते हुए अधिकतर पदाधिकारियों ने दूसरा खाता खोलकर कामगारों के पैसे का बंदरबाट किया है। इस कामगार की बात को लेकर कामगारों में काफी आक्रोश है। आपस में बांटे गए पैसे का हिसाब दें, अन्यथा जेल जाना होगा। इतना ही नहीं कामगार का पैसा गबन करने जैसे अपराध के तहत कथित लुटेरे नेता जेल की हवा खाने को तैयार रहें, ऐसी चेतवनी मोहन खंडारे ने दी।