सामना संवाददाता / उल्हासनगर
उल्हासनगर में महायुति के बीच आए दिन कुछ न कुछ विवाद देखने को मिल रहा है। एक नए मामले में उल्हासनगर के पूर्व व वर्तमान अध्यक्ष के बीच मंच के ऊपर कुर्सी पर बैठने को लेकर कहासुनी हो गई। यह घटना टाउन हॉल में महायुति की चुनावी बैठक के दौरान घटी। इस घटना ने एक बार फिर से साबित कर दिया कि उल्हासनगर भाजपा और महायुति में सब कुछ सही नहीं है, उनके मतभेद अब खुलकर सामने आ रहे हैं। भाजपा के जिन दो नेताओं के बीच विवाद हुआ वे उल्हासनगर के पूर्व अध्यक्ष जमनू पुरस्वानी व वर्तमान अध्यक्ष प्रदीप रामचंदानी हैं। अभी हाल ही में ‘गद्दार मुख्यमंत्री बनता है’ बयान पर शिदे गुट और भाजपा में विवाद हो गया था।
बता दें कि उल्हासनगर में चुनाव के मद्देनजर महायुति की बैठक चल रही थी, लेकिन इसी दौरान कुर्सी को लेकर पूर्व अध्यक्ष जमनू पुरस्वानी व वर्तमान अध्यक्ष प्रदीप रामचंदानी आपस में भिड़ गए। जिसके बाद वहां मौजूद अन्य लोगों ने हस्तक्षेप कर झगड़े को किसी तरह से शांत कराया। बता दें कि अब तक महायुती में मतभेद के कई मामले सामने आ चुके हैं। उल्हासनगर में भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ अजीत पवार गुट के भरत गंगोत्री राजवानी ने बगावत कर निर्दलीय फॉर्म भरा। साथ ही ‘गद्दार मुख्यमंत्री बनेगा’ वाले बयान के बाद शिंदे गुट के पदाधिकारियों और भाजपा के बीच काफी नोक-झोंक हुई थी। इसे देखते हुए स्थानीय लोगों का कहना है कि विरोध और झगड़े के कारण महायुति को यहां हारने से कोई नहीं रोक सकता है।