सामना संवाददाता / मुंबई
लातूर जिला अस्पताल के मुद्दे को तुरंत हल करने सहित अन्य मांगों को लेकर कल लातूर के माझं परिवार ने मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उप मुख्यमंत्री अजीत पवार, स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत का मुखौटा पहनकर भीख मांगी और धन इकट्ठा किया। इस तरह का प्रतीकात्मक आंदोलन करके पालक मंत्री गिरीश महाजन, खेल मंत्री संजय बनसोडे का भी ध्यान लातूरकरों ने खींचा।
यह प्रतीकात्मक भिक्षाटन आंदोलन सुबह करीब १०.३० बजे शहर के गांधी चौक से शुरू हुआ। लातूर के माझं परिवार के सदस्यों ने कैबिनेट के मंत्रियों के मुखौटे पहने हुए थे। जिला अस्पताल होना ही चाहिए आदि नारे लगाते हुए व्यापारियों और आम नागरिकों से चंदा की मांग कर रहे थे। लातूर जिला अस्पताल के लिए १९ जून २०२४ को राज्य सरकार ने एक आदेश जारी कर निर्देश दिया कि अस्पताल कृषि महाविद्यालय की १० एकड़ जमीन को कृषि विभाग ३ करोड़ ३२ लाख ६८ हजार ६५० रुपए भुगतान कर अपने कब्जे में ले ले। दिलचस्प बात यह है कि सरकारी आदेश साफ कहा गया था कि यह प्रक्रिया ६० दिनों के भीतर पूरी की जानी चाहिए। लेकिन दुर्भाग्य से इस समय सीमा को समाप्त हुए १ महीना बीत चुके हैं। इस पूरे मामले की विस्तृत जानकारी समय-समय पर पालक मंत्री, उप मुख्यमंत्री, मुख्यमंत्री से व्यक्तिगत रूप से मिलकर, सार्वजनिक बयान देकर और ई-मेल के माध्यम से लातूर के माझं परिवार की ओर से दी गई है। सरकार के पास लातूर जिला अस्पताल के लिए ३ करोड़ का फंड उपलब्ध नहीं है क्या? ऐसा प्रश्न लोग पूछ रहे हैं।