अनिल मिश्र / रांची
झारखंड प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने पूरे परिवार के साथ कल शनिवार को अपने पैतृक घर रामगढ़ जिले के गोला प्रखंड के नेमरा गांव में स्थित अपने घर पहुंचे। यहां वे पूरे परिवार के साथ बाहा पर्व में शामिल हुए। उसके बाद परंपरागत रूप से पूजा-अर्चना की। इससे पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हेलीकॉप्टर से अपने गांव के घर के पास बने हेलीपैड पर उतरे, उसके बाद यहां से वे सीधे अपने घर गए, जहां उन्होंने पारंपरिक वस्त्र पहनकर और फिर ढोल-नगाड़ों की थाप के साथ पैदल करीब एक किलोमीटर चलकर सरना स्थल पहुंचे। यहां उन्होंने अपनी संथाली परंपरा के अनुसार पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने समाज के मांझी हड़ाम हैं, जिसके कारण वे प्रत्येक वर्ष नेमरा पहुंच कर बाहा पूजा में शामिल होते हैं। इस दौरान उन्होंने अपने कुल देवता की भी पूजा-अर्चना किए। मालूम हो कि चैत्र माह के प्रारंभ होने से पहले बाहा पर्व मनाया जाता है, जिसमें गांव के लोग जाहेर स्थान (जाहेरथान) पर परंपरागत तरीके से पूजा करते हैं। पूजा में आम और महुआ के फूलों का विशेष महत्व होता है। इस बीच झारखंड के मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। इस मौके पर रामगढ़ के उपायुक्त चंदन कुमार, पुलिस अधीक्षक अजय कुमार, एसडीओ सहित जिले के वरिष्ठ अधिकारी मुख्यमंत्री के पैतृक आवास पहुंचकर सुरक्षा का जायजा लिया, वहीं पूरे नेमरा गांव और मुख्यमंत्री के गुजरने वाले मार्गों पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ उनकी मां रूपी सोरेन, पत्नी और गांडेय विधायक कल्पना सोरेन, भाभी पूर्व विधायक सीता सोरेन समेत परिवार के अन्य सदस्य भी नेमरा पहुंचे, सभी ने बाहा पर्व में पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ भाग लिया।