मुख्यपृष्ठनए समाचारसुल्तानपुर में 'गांधी' बनकर सड़कों पर उतरे बच्चे, निकला शांति मार्च

सुल्तानपुर में ‘गांधी’ बनकर सड़कों पर उतरे बच्चे, निकला शांति मार्च

•विश्व में बढ़ती अशांति और तीसरे विश्व युद्ध की आशंकाओं के मध्य बच्चों ने दिया शांति संदेश

विक्रम सिंह/सुल्तानपुर
लोग महात्मा गांधी को लेकर कितनी भी टीका टिप्पणी करें लेकिन उनके अहिंसा व सर्व-धर्म-समभाव के सिद्धांत आज भी प्रासंगिक हैं। ऐसा ही संदेश देने के लिए शुक्रवार को स्टेला मॉरिस स्कूल, सिविल लाइन के बच्चों व शिक्षकों ने शहर की सड़कों पर शांति मार्च निकाला।
प्रधानाचार्य सिस्टर मारिया नैंसी के नेतृत्व व क्रिएटिविटी प्रभारी जेबा अख्तर के संयोजन में कक्षा तीन से दसवीं तक के सैकड़ों बच्चों की रैली सिविल लाइन, पीडब्ल्यूडी रोड , दीवानी चौराहा व सोल्जर बोर्ड चौराहा आदि क्षेत्रों से होकर निकली। जिसमें दर्जनों बच्चों ने गांधी का रूप धरकर उन्हीं के भेष में अहिंसा व शांति का संदेश देते नजर आए। छात्र-छात्राएं व शिक्षक-शिक्षिकाएं हाथों में ‘हिंसा छोड़ो-शांति अपनाओ’, ‘शांति में है प्रगति’ आदि स्लोगन अंकित तख्तियां लिए हुए थे। गांधी की अहिंसा व शांति के सिद्धांतों को अपनाने व युध्द के बजाय प्रगति के वास्ते शांति अपनाए जाने की अपील करते नन्हे मुन्ने बच्चों ने नारे बुलंद किये। बच्चों ने महात्मा गांधी के खूब जयकारे भी लगाए। मार्च कलेक्ट्रेट से बरास्ते लालडिग्गी , केएनआईसीई, एमजीएस चौराहा होता हुआ पुनः विद्यालय परिसर में विसर्जित हो गया। बता दें कि प्रतिवर्ष गांधी जयंती के उपरांत कान्वेंट के बच्चों की ओर से शांति
मार्च का आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर प्रवीण , कुमुद, कमलेश, श्रुति, नीतू, श्वेता, दिव्या , प्रतिमा मुखर्जी,आशा तिवारी, अल्पना, वर्तिका व शालिनी आदि ने प्रमुख भूमिका निभाई।

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